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कार्रवाई: जमींदोज कर दीं 16 ईंट भटि्टयां , मजदूरों की 25 झोपड़ियां और कच्चे मकान भी ढहाए
- कड़े पुलिस बंदोबस्त में राजस्व, पुलिस व मनपा प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
- ईंट भट्ठी पर मेलघाट के आदिवासी मजदूर कार्यरत थे
- 60 से 70 अधिकारी, कर्मचारी, 102 पुलिस जवान और 8 पुलिस अधिकारी थे उपस्थित
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती में शुरू हो रहे सरकारी वैद्यकीय महाविद्यालय (जीएमसी) के निर्माण के लिए प्रशासन ने बडनेरा के कोंडेश्वर रोड स्थित मौजा अलियाबाद के सर्वे नं. 9/1 की जगह आरक्षित की है। इस 25 एकड़ जमीन पर लगभग 15 से 16 ईंट भट्टियां खड़ी थी। कुछ ईंट भटि्टयां इसके पहले तोडू दल ने पुलिस बंदोबस्त में हटाई थी, लेकिन बाद में ईंट भट्टी चालकों ने इसका विरोध किया। जिससे कार्रवाई थम गई थी। शुक्रवार को सुबह राजस्व विभाग, मनपा के अतिक्रमण तोडू दस्ते ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कड़े पुलिस बंदोबस्त में सभी ईंट भट्टी समेत वहां कार्यरत मजदूरों की 25 झोपड़ियां व कच्चे मकान भी गिराए।
जानकारी के अनुसार मौजा अलियाबाद की 25 एकड़ जगह पर शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय बनाया जानेवाला है। यह जगह मेडिकल कॉलेज के लिए आरक्षित रहने से पिछले छह माह से जिला प्रशासन ने जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू की। किंतु इस ई-क्लास जमीन पर पिछले कई वर्षों से ईट भट्टी का व्यवसाय शुरू था। इन ईंट भट्ठी पर मेलघाट के आदिवासी मजदूर कार्यरत थे। वे इसी जगह पर झोपड़ी बांधकर रहते थे।
शुक्रवार को सुबह मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी व तहसीलदार विजय लाेखंडे, नायब तहसीलदार टीना चव्हाण, मंडल अधिकारी संगीता जोगी, पटवारी गोपाल लांजेवार, मनपा के तोडू दस्ते के प्रमुख श्याम चवरे के साथ ही मंडल अधिकारी राहुल वानखडे, पटवारी हेमंत गावंडे समेत करीब राजस्व विभाग के 60 से 70 अधिकारी व कर्मचारी तथा 102 पुलिस जवान और 8 पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में सुबह 9.30 बजे शुरू की और सभी झोपड़ियां हटाई गई।
महावितरण का दल पांच जेसीबी के साथ लगा था काम में : यहां के ईट भटि्ठयां तोड़ने से पहले वहां अस्थायी रूप से रहनेवाले मजदूरों की झोपड़ियों में बिजली कनेक्शन को कट करने के लिए महावितरण के कर्मचारियों को भी आलियाबाद में बुलाया गया। पहले वहां की विद्युत आपूर्ति खंडित की गई और मजदूरों को उनका जरूरी सामान वहां से हटाने के लिए समय दिया। उसके बाद सुबह 9.30 बजे से 5 जेसीबी की मदद से अलियाबाद की इन ईंट भटि्टयों व झोपड़ियों को हटाने की कार्रवाई शुरू है। ईंट भट्ठी तोड़ने से ईंट भट्ठी संचालकों का करीब 25 से 30 लाख रुपए का नुकसान हुआ।
Created On :   27 July 2024 3:08 PM IST