खतरे में सेहत: अमरावती शहर में स्वाइन फ्लू के 7, कोरोना के 10 मरीज , संक्रामक बीमारियां भी बढ़ी

अमरावती शहर में स्वाइन फ्लू के 7, कोरोना के 10 मरीज , संक्रामक बीमारियां भी बढ़ी
  • खुलासा होने से स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट
  • 140 रोगियों के रक्त नमूनों की जांच में खुलासा
  • गांवों में टैंकर से की जा रही जलापूर्ति

डिजिटल डेस्क, अमरावती । डेंगू के बाद अब स्वाइन फ्लू ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिनों में 7 लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आने की पुष्टि हुई है। इसी क्रम में कोरोना के मरीजों की भी संख्या भी बढ़कर 10 पर पहुंच चुकी है। संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ की प्रयोग शाला द्वारा 140 रोगियों के रक्त नमूनों की जांच में यह खुलासा होने से स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिला सरकारी अस्पताल से भेजे 20 नमूनों की जांच में और 3 स्वाइन फ्लू से ग्रस्त पाए गए। इसके पहले शुक्रवार को की गई जांच में स्वाइन फ्लू के 4 रोगी पाए गए थे। इस तरह तीन दिनों में स्वाइन फ्लू के 7 रोगी मिलने से स्वास्थ्य विभाग का टेंशन बढ़ गया है। फ्लू के 7 रोगियों में दो महिलाएं और एक 14 वर्षीय किशोर शामिल होने की जानकारी है।

तीन दिनों से गांव में 51 मरीजों की जांच : चिखलदरा तहसील के दहेन्द्री ढाणा नामक गांव में गैस्ट्रो की स्थिति पर अंकुश पाने में स्वास्थ्य विभाग को सफलता मिल गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोमवार को गांव के पानी के नमूने जांच के लिए जहां भेजे गए हैं, वहीं दूसरी ओर गांव में अभी भी टैंकर से ही जलापूर्ति की जा रही है। तहसील वैद्यकीय अधिकारी डॉ. चंदन पिंपरकर ने बताया कि सोमवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जमी हुई है।

18 से अधिक मरीजों की जांच की गई : तीन दिनों से गांव में 51 मरीजों की जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है। इसमें से 39 मरीजों पर उपचार चल रहा है। इसमें से अधिकांश मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। गांव के कुछ लोगों को पेट दर्द की शिकायत मिली है, उसकी भी जांच की जा रही है। बीमारों का चुरणी अस्पताल तथा 2 बच्चों का अचलपुर उपजिला अस्पताल में उपचार शुरू है। दोनों ही बच्चों की हालत में सुधार होने की जानकारी मिली है। गुरुवार से ही गांव में कई लोगों को उल्टी की समस्या ने त्रस्त करना शुरू किया। इसकी जानकारी मिलने पर तहसील स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया और गांव में पहुंचकर तत्काल उपचार शुरू करने से स्थिति पर काबू पाया जा सका।

स्वास्थ्य विभाग सतर्क : गांव में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है।लोगों से कुएं का पानी नहीं पीने का आग्रह किया गया है। डॉ. चंदन पिंपरकर, तहसील वैद्यकीय अधिकारी,चिखलदरा.

Created On :   6 Aug 2024 10:17 AM GMT

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