खतरा: फिर ढहा जर्जर खापर्डे बाड़े का एक हिस्सा

  • ढोल-ताशे की आवाज से अतिजर्जर खापर्डे बाडे़ के पीछे की इमारत का हिस्सा लगातार तीन बार ढहा
  • टीन लगाकर रस्ता बंद किया

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अतिजर्जर खापर्डे बाडे़ के पीछे की इमारत का एक हिस्सा फिर ढह गया। विदर्भ के राजा की भव्य विसर्जन शोभायात्रा राजकमल चौराहे पर पहुंची। यहां लगभग 2 घंटे तक विविध पथकों के ढोल-ताशे की आवाज से समूचा परिसर गूंज उठा । इस दौरान शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल थे और इस समय भीड़ पर दीवार गिरती तो बड़े हादसे की आशंका को नकारा नहीं जा सकता था। इस ढोल-ताशे की आवाज से अतिजर्जर खापर्डे बाडे़ के पीछे की इमारत का एक हिस्सा लगातार तीन बार ढहा। इस हादसे के बाद कोतवाली के थानेदार विजयकुमार वाकसे समेत मनपा राजापेठ क्षेत्र के सहायक आयुक्त व उप अभियंता खापर्डे बाडा परिसर पहुंचे। बाड़े का जो जर्जर हिस्सा ढहा था, वहां से जानेवाले रास्ते पर टीन लगाकर रस्ता बंद किया गया।

शहर के हदयस्थल समझे जाने वाले राजकमल चौराहे पर लगभग 100 वर्ष पुराना खापर्डे बाड़ा है। बाड़ा दो हिस्सों में बंटा हुआ है। सामने के हिस्से में कुछ दुकानदार किराए पर रहते हैं और पीछे के हिस्से में फिलहाल कोई भी नहीं रहता। पांच माह पहले कोर्ट ने जर्जर खापर्डे बाड़े को गिराने के आदेश मनपा को दिए थे। तत्कालीन आयुक्त ने राजापेठ जोन के उप अभियंता प्रमोद इंगोले को पद निर्देशित अधिकारी घोषित कर बाड़ा गिराने की जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन राजनीतिक दबाव में इंगोले ने केवल बाड़े के सामने के हिस्से के किराएदारों को हटाकर वह दुकानें छोड़ दीं। उसके बाद यहां के किराएदारों ने फिर हाईकोर्ट की शरण ली और नागपुर खंडपीठ ने मनपा को यथास्थिति बहाल रखने के आदेश दिए। जिससे मनपा ने इस बाड़े पर कार्रवाई स्थगित रखी।

स्लैब भी गिर चुका है : इसबीच राजकमल चौक स्थित खापर्डे बाड़े के सामने साई ऑटो मोबाइल के ऊपरी हिस्से की इमारत का स्लैब इस मानसून में भीतर ही ढहने लगा। स्लैब का काफी हिस्सा ढहने के बाद इस बाडे़ के ऊपरी माले की खिड़की से दिखाई देता है। कोतवाली के थानेदार ने भी क्षेत्र का मुआयना किया।

Created On :   7 Oct 2023 4:01 PM IST

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