खेती-किसानी: अमरावती में 60 फीसदी बुआई निपटी , किसानों पर दोबारा का संकट नहीं

अमरावती में 60 फीसदी बुआई निपटी , किसानों पर दोबारा का संकट नहीं
  • रोज बरस रहीं फुहारों से मिल रही संजीवनी
  • जिला कृषि विभाग ने किया दावा
  • जून के आखरी हफ्ते से शुरू हुई बुआई

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले में इस वर्ष के खरीफ मौसम की 60.29 प्रतिशत बुआई अब तक पूर्ण हो चुकी हैं। जिले में कुल 681779.95 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुआई संभावित है। जिसमें से 411021.8 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई निपट चुकी है। शेष किसान भी बुआई निपटाने में व्यस्त हैं। जून चला गया। अभी तक दमदार बारिश या बारिश की झड़ी नहीं लगी, लेकिन रोज रुक-रुक कर बरस रही फुहारों से फसलों को संजीवनी मिल रही है। जिससे अब तक हुई बुआई में से किसी की बुआई चौपट होकर दोबारा बुआई के संकट की संभावना न के बराबर रहने का दावा जिला कृषि अधिकारी राहुल सातपुते ने बुधवार को किया। इस वर्ष जून के आखरी हफ्ते से बुआई शुरू हुई थी।

अभी तक उम्मीद के अनुसार बारिश नहीं होने से खरीफ की बुआई देरी से हुई। जिले में बारिश शुरू हुई तब से लेकर अब तक कुल 131.8 मिली मीटर बारिश दर्ज हो चुकी है। जबकि कुल 681779.95 हेक्टेयर क्षेत्र में से 411021.8 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई निपटी है। इस तरह अब तक 60.29 फीसदी बुआई हो पाई है, लेकिन छका रहे बदरा के कारण यह बुआई खतरे में पड़ने का डर है। लेकिन बुआई के बाद से रोज कही पर 2 मिलीमीटर, कही पर 3 से 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो रही होने से बुआई खराब जाने की संभावना नहीं रहने का दावा कृषि विभाग ने किया हैं।

कपास का रकबा घटा : इस वर्ष जिले में कपास की बुआई घट गई है। जिले के किसान एक फसल बदल कर और तुअर-सोयाबीन की मिश्रित फसल लेते हैं। इस वर्ष किसानों ने तुअर और सोयाबीन को प्राधान्य दिया है। जिससे वर्ष कपास की बुआई घट कर उतनी ही तुलना में तुअर और सोयाबीन बुआई क्षेत्र बढ़ गया है। आगामी दिनों में शत प्रतिशत बुआई पूर्ण होते ही इसके सटीक आंकड़े सामने आ जाएंगे।


Created On :   4 July 2024 6:08 PM IST

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