Ahmedabad News: बीएपीएस कार्यकर्ता स्वर्ण महोत्सव का समापन, आरती के दैदीप्यमान अर्घ्य से जगमगाया स्टेडियम
- एक लाख नि:स्वार्थ कार्यकर्ताओं के सम्मान में आयोजित हुआ अभूतपूर्व रंगारंग अभिवादन समारोह
- बी.ए.पी.एस. ने अहमदाबाद की धरती पर लिखा स्वर्णिम इतिहास
- एक लाख कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक आरती के दैदीप्यमान अर्घ्य से जगमगाया नरेंद्र मोदी स्टेडियम
Ahmedabad News : बीएपीएस कार्यकर्ता स्वर्ण महोत्सव का समापन समारोह आरती के दैदीप्यमान अर्घ्य से जगमगाया नरेंद्र मोदी स्टेडियम। बीएपीएस कार्यकर्ता स्वर्ण महोत्सव का समापन समारोह विश्व के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में संपन्न हुआ। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संदेश दिया। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने संबोधन दिया। सेवा, समर्पण, और गुरुभक्ति से ओतप्रोत एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं का भव्य अभिनंदन अनेक रोमांचक प्रस्तुतियों के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मेंएक कलात्मक और विशिष्ट रथ में भगवान की मूर्ति के साथ परम पूज्य महंत स्वामी महाराज का आगमन हुआ, जिसने पूरे वातावरण को अलौकिक बना दिया। स्टेडियम में रथ के गुजरने के साथ एक समानांतर प्रस्तुति भी चली, जिसमें दिखाया गया कि जैसे-जैसे रथ आगे बढ़ा, कार्यकर्ताओं ने सत्पुरुष के संपर्क से प्रेरणा पाई। बिखरे हुए मोती एक माला में पिरोए गए, और गुलाब की पंखुड़ियांस्वर्ण पंखुड़ियों में परिवर्तित हो गईं। इस अर्थपूर्ण और आकर्षक तरीके से महंत स्वामी महाराज का स्वागत किया गया। जैसे सूर्योदय के साथ कमल खिलता है, वैसे ही महंत स्वामी महाराज के आगमन से कार्यकर्ता खिल उठे, और यह प्रस्तुति सभी को भाव-विभोर कर गई।
इस विशेष प्रस्तुति को 955 बाल और युवा कलाकारों ने प्रस्तुत किया। इसे तैयार करने के लिए 550 पुष्प पंखुड़ियां और 225 मोतियों का निर्माण करने में चार महीने का समय लगा। इसके बाद, ‘कार्यकर्ता स्वर्ण महोत्सव’ के उत्सवगीत ने सभी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार कर दिया। ‘सेवा की परम ज्योति महान’ की गूंज के साथ एक भव्य पुष्प अपनी आकर्षक पंखुड़ियों के साथ खिला, और यह प्रस्तुति अत्यंत सुंदर थी। इसके अतिरिक्त, विशाल आकार में ‘स्वागतम’ शब्द को कलाकारों ने सुंदर आकृति में प्रदर्शित किया।
संस्था के प्रवक्ता ने बताया कि आज का कार्यक्रम तीन विभाग पर आधारित था - बीज, वृक्ष और फल।
1. बीज: शास्त्रीजी महाराज, योगीजी महाराज और प्रमुखस्वामी महाराज ने समर्पण, नैतिकता, और निष्ठा के बीज बोए, जिनसे कार्यकर्ताओं का जीवन गढ़न हुआ।
2. वृक्ष: सेवा करते हुए कार्यकर्ताओं ने भक्ति, विनम्रता और प्रामाणिकता जैसे जीवन मूल्यों को जीवन में दृढ़ किए। चाहे कैसी भी परिस्थितियां हों, इन मूल्यों से प्रेरित कार्यकर्ता अडिग रहते हैं।
3. फल: कार्यकर्ताओं का समर्पण और भक्ति से ऐसा वातावरण बना, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव आए हैं। इनकी सेवाएं दर्शाती हैं कि असंभव भी संभव हो सकता है।”
महंत स्वामी महाराज को पुष्पहारों से सम्मानित करने के बाद, महोत्सव का समापन महाआरतीके साथ हुआ, जिसमें सभी को दिव्य भावसमाधि का अनुभव हुआ। बाल, किशोर और युवा कलाकारोंने‘कार्यकराणां अभिवंदनम्, समर्पितानां अभिवंदनम्’शब्दों पर आधारित एक नृत्यांजलि प्रस्तुत की। उत्साह से भरे कार्यकर्ताओं की तालियों की गूंज ने स्टेडियम में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में, रिस्ट बैंड और अन्य दृश्य-श्रव्य संयोजन के साथ, समापन के दौरान अद्वितीय उत्साह और‘कार्यकर्ता स्वर्ण महोत्सव की जय’के जयघोष के साथ, इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन सभी ने धन्यता का अनुभव किया।
Created On :   7 Dec 2024 8:02 PM IST