WEF चीफ बोले- इंडिया निभा सकता है चौथी औद्योगिक क्रांति में बड़ी भूमिका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में आधी से ज्यादा जनसंख्या की उम्र 27 साल से कम है। यहीं वजह है कि भारत चौथी वैश्विक औद्योगिक क्रांति को आकार देने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। यह कहना है वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (WEF) के अध्यक्ष बोर्ज ब्रेंदे का। WEF चीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर एक आलेख में यह बात कही है। ब्रेंदे ने कहा, "चौथी औद्योगिक क्रांति से भारत विकास के पारंपरिक चरणों में छलांग लगाते हुए विकसित देशों की श्रेणी की ओर तेजी से बढ़ सकता है।"
बोर्ज ब्रेंदे ने आगे कहा, प्रौद्योगिकियों को उचित व रणनीतिक ढंग से अपनाए जाने से संसाधन व बुनियादी ढांचे का ऐसा मिश्रण पैदा होगा जो कि बेहतर गुणवत्ता व अधिक टिकाऊ विकास की राह खोलेगा। स्टार्टअप इंडिया व अटल नवोन्मेष मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने लिखा है कि भारत ने जरूरी ढांचागत सुधारों की दिशा में पहले ही उचित कदम उठाए हैं। बता दें कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन्स व इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी प्रौद्योगिकियों से हासिल होने वाली उपलब्धियों को मिलाकर चौथी औद्योगिक क्रांति कहा जाता है।
इससे पहले भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा था कि चौथी औद्योगिक क्रांति और प्रौद्योगिकीय प्रगति साथ मिल कर कुछ खास रोजगार को अप्रचलित कर देंगे पर नये अवसर भी पैदा करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि यह उच्च शिक्षण संस्थानों के ऊपर निर्भर है कि वे औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकीय क्षेत्रों में तीव्र प्रगति के जरिए लाए जा रहे बदलावों पर ध्यान दें।
उन्होंने कहा था कि हमारी अर्थव्वस्था का स्वभाव और कार्यस्थल की अवधारणा बदल रही है। चौथी औद्योगिक क्रांति और डिजीटाइजेशन एवं रोबोटिक्स में प्रगति साथ मिल कर कुछ खास रोजगार को अप्रचलित कर देंगे और नये अवसर पैदा करेंगे। उन्होंने कहा कि, ‘इन नाटकीय बदलावों का हमारा समाज कैसे मुकाबला करेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे उच्च शिक्षण संस्थान इस पर कितना ध्यान देते हैं।’
Created On :   10 April 2018 11:45 PM IST