कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच शेयर बाजार टूटा
- निफ्टी की 50 में से 39 कंपनियां गिरावट में और 11 तेजी में रहीं
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा के कारण विदेशी बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार में भी शुक्रवार चौतरफा बिकवाली का दबाव रहा, जिससे यह गिरावट में बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.56 प्रतिशत यानी 866 अंक की गिरावट में 54,836 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 1.63 प्रतिशत यानी 271 अंक की गिरावट में 16,411 अंक पर बंद हुआ।
आईटी, धातु और रियल्टी के सूचकांक दो से तीन प्रतिशत की गिरावट में रहे।
निफ्टी की 50 में से 39 कंपनियां गिरावट में और 11 तेजी में रहीं। हीरो मोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, आईटीसी तथा ओएनजीसी सर्वाधिक मुनाफे में रहने वाली शीर्ष पांच कंपनियां रहीं।
सेंसेक्स में 30 में से छह कंपनियां हरे निशान में रहीं जबकि शेष 24 लाल निशान में रहीं। टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, आईटीसी, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी और सन फार्मा हरे निशान में जगह बनाने में कामयाब रहीं।
विश्लेषकों के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में 40 आधार अंक की बढ़ोतरी की घोषणा और उसके एक दिन बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में 50 आधार अंक की बढ़ोतरी की घोषणा निवेश धारणा के प्रतिकूल साबित हुई है।
निवेशक इस बात को लेकर आशंकित हैं कि महंगाई पर काबू पाने के लिये केंद्रीय बैंकों द्वारा उठाये गये कदम कहीं आर्थिक विकास की गति में अवरोध न उत्पन्न कर दें।
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Created On :   6 May 2022 6:00 PM IST