प्रकृति ई-मोबिलिटी को यूरोप की आईईजी से मिला 50 लाख डॉलर का निवेश

Prakriti E-Mobility receives $5 million investment from Europes IEG
प्रकृति ई-मोबिलिटी को यूरोप की आईईजी से मिला 50 लाख डॉलर का निवेश
हरित वातावरण प्रकृति ई-मोबिलिटी को यूरोप की आईईजी से मिला 50 लाख डॉलर का निवेश
हाईलाइट
  • भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी फर्म प्रकृति ई-मोबिलिटी ने एक स्वस्थ और हरित वातावरण बनाने की अपनी पहल को आगे बढ़ाते हुए, यूरोप के विकास-केंद्रित आईईजी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग ग्रुप से हाल ही में 50 लाख अमेरिकी डॉलर प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड के हिस्से के रूप में निवेश हासिल किया है। निवेश उस समय आया है, जब ऑटोमोबाइल सेगमेंट में उद्योग जगत के लीडर और कंपनियां 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाने की तैयार कर रहे हैं, जिसकी थीम इन्वेस्ट इन आवर प्लैनेट है।

निमिश त्रिवेदी, राजीव तिवारी और विकास बंसल द्वारा 2019 में स्थापित, प्रकृति ई-मोबिलिटी बी2सी और बी2बी सेगमेंट में एक एसेट-लाइट ईवी कैब सर्विस प्रोवाइडर है। इस निवेश के साथ, कंपनी तकनीकी प्रगति को लागू करने, ईवी बेड़े के विस्तार और ईवी चार्जिंग स्टेशनों को पूरे भारत में अपने मोबाइल एप्लिकेशन में शामिल करने की योजना बना रही है।

निवेश के बारे में बात करते हुए, प्रकृति ई-मोबिलिटी के सह-संस्थापक और सीईओ, निमिश त्रिवेदी ने कहा, 2.5 साल की छोटी अवधि में, प्रकृति ई-मोबिलिटी ने दिल्ली एनसीआर में 80 लाख हरित किलोमीटर की दूरी तय कर ली है और भारत में इस सेगमेंट में प्रति कर्मचारी सर्वाधिक राजस्व अर्जित किया है। हालिया फंडिंग का उपयोग इवेरा एप्लिकेशन को समग्र रूप से अपग्रेड करने और बी2बी और इंटरसिटी ट्रैवल सेगमेंट में लॉन्च करने के लिए किया जाएगा।

उन्होंने कहा, हम पर और हमारे विजन और मिशन पर विश्वास करने के लिए हम आईईजी इन्वेस्टमेंट्स के आभारी हैं। भारत में ईवी उद्योग 100 प्रतिशत संभव एफडीआई के साथ, नए विनिर्माण केंद्रों और चार्जिंग बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बढ़ते दबाव के साथ गति पकड़ रहा है। हम दिल्ली एनसीआर में और अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों को जोड़कर अपने विस्तार को और आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं और फिर टियर 2 शहरों में भी जा रहे हैं।

कंपनी इवेरा ऐप पैन-इंडिया पर सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों को भी सूचीबद्ध करेगी, ताकि भले ही हम वहां कैब का संचालन नहीं कर रहे हों, फिर भी कोई उपभोक्ता चार्जिंग स्टेशन का पता लगाने और डाउनलोड करने का लाभ उठा सकता है। प्रकृति ई-मोबिलिटी अपने ग्राहकों को पर्यावरण के अनुकूल लेकिन सबसे कुशल, आरामदायक और टिकाऊ मोबिलिटी सॉल्यूशन (गतिशीलता समाधान) प्रदान करने की कल्पना करती है।

कंपनी की संपूर्ण अनुसंधान एवं विकास प्रक्रिया ऐसे समाधान तैयार करने पर केंद्रित है जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना शहरीकरण को प्रोत्साहित कर सके। वर्तमान में, कंपनी अपने प्रमुख मोबाइल एप्लिकेशन इवेरा के माध्यम से दिल्ली एनसीआर में परिचालन कर रही है।आईईजी इंडिया के मैनेजिंग पार्टनर मिहिर कपूर ने कहा, प्रकृति ई-मोबिलिटी के पास मजबूत शासन और निष्पादन टीम के नेतृत्व में एक मजबूत बिजनेस मॉडल है, जिसे पूरे भारत में ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने का अनुभव है।

केंद्र द्वारा बनाई गई एक ²ढ़ ईवी नीति के साथ, हमें लगता है कि यह क्षेत्र अगले कुछ वर्षों में तेजी से विकास के लिए तैयार है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों ने देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शुरू की हैं। जबकि देश अपने परिवहन को आईसी (आंतरिक दहन या इंटरनल कम्बशन) इंजन से इलेक्ट्रिक मोटर-संचालित में बदलने से बड़े पैमाने पर लाभान्वित होने के लिए खड़ा है।

हालांकि चार्जिंग बुनियादी ढांचे की कमी, उच्च प्रारंभिक लागत और नवीकरणीय ऊर्जा से उत्पादित बिजली की कमी जैसी चुनौतियां हैं। फिर भी, ई-कॉमर्स कंपनियां, कार निर्माता, ऐप-आधारित परिवहन नेटवर्क कंपनियां और मोबिलिटी सॉल्यूशन प्रदाता देश भर में अधिक से अधिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं।

आईएएनएस

Created On :   19 April 2022 4:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story