क्रूड ने 80 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा छुआ, अब 4 रुपए तक महंगा होगा पेट्रोल-डीजल

क्रूड ने 80 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा छुआ, अब 4 रुपए तक महंगा होगा पेट्रोल-डीजल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । देश में लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं। गुरुवार को ब्रेंट क्रूड ने 80 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा छू लिया है। इसी के साथ कच्चा तेल पिछले 4 साल में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस रफ्तार के लिए ईरान की तरफ से आपूर्ति कम होने की आशंका को जिम्मेदार बताया जा रहा है। ब्रोकरेज फर्म्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि, 19 दिनों तक दाम नहीं बढ़ाने से तेल कंपनियों का मार्जिन कम रह गया है। पहले ग्रॉस मार्केटिंग मार्जिन 2.70 रु. लीटर था, जो अब 50 से 70 पैसे है। अगर तेल कंपनियों को कर्नाटक चुनाव से पहले के मार्जिन पर जाएं तो पेट्रोल 4 से 4.55 रुपए और डीजल 3.5 से 4 रुपए तक महंगा हो जाएगा।

कर्नाटक में चुनाव प्रक्रिया खत्म हो जाने के बाद सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (IOC), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने 19 दिन बाद सोमवार से फिर दैनिक आधार पर पेट्रोल-डीजल की कीमत में संशोधन की शुरुआत कर दी। तब से पेट्रोल 69 पैसे प्रति लीटर महंगा हो चुका है, इसमें आज हुई 22 पैसे की वृद्धि भी शामिल है। 

 

महानगरों में आसमान पर पहुंची पेट्रोल-डीजल की कीमतें

- दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल 75.32 रुपये प्रति लीटर बिका जो पांच साल में लगभग सर्वाधिक है। डीजल की कीमत में इस सप्ताह अब तक 86 पैसे की तेजी आई है और दिल्ली में गुरुवार को यह प्रति लीटर 66.79 रुपए हो गया। 

- मुंबई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 83.16 रुपये पर पहुंच गई है। 

- कोलकाता में इसके लिए 78.01 और चेन्नई में इसने 78.16 का आंकड़ा पार कर लिया है। 

- वहीं, डीजल की बात करें, तो मुंबई में एक लीटर डीजल 71.12 रुपये का मिल रहा है।

- कोलकाता में इसकी कीमत 69.33 रुपये पर पहुंच गई है

-  इसके अलावा चेन्नई में 70.49 रुपये प्रति लीटर है। 

 

crude oil के लिए इमेज परिणाम

 

क्यों बढ़ रहीं कच्चे तेल की कीमतें?

अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ने 80.14 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा छुआ है। इस महीने ब्रेंट क्रूड 5 डॉलर से ज्यादा महंगा हुआ है?  वहीं, यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड की कीमत भी 72.30 डॉलर का स्तर छू लिया है। ये भी नवंबर 2014 के बाद अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से पीछे हटने के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि ईरान से होने वाली कच्चे तेल की आपूर्ति घट सकती है। इसकी वजह से कच्चे तेल की कीमतें लगातार आसमान पर पहुंच रही हैं।

 

कच्चे तेल की कीमतों से घरेलू स्तर पर महंगा हो रहा पेट्रोल

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है। दरअसल कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से तेल कंपनियों की लागत बढ़ जाती है। ऐसे में तेल कंपनियां अपना बोझ पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाकर बांटती हैं।


 

Created On :   18 May 2018 10:25 AM IST

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