Airtel और Vodafone idea में इन अधिकारियों की हुई नई नियुक्ति
- एयरेल ने डेटा सेंटर और क्लाउड कारोबार इकाई नेक्ट्रसा डेटा का सीईओ नियुक्त किया
- वोडाफोन आइडिया के सीईओ बालेश शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दिया था
- वोडाफोन आइडिया ने रविंद्र ठक्कर को प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दूरसंचार दिग्गज भारती Airtel ने राजेश तपाड़िया को अपने डेटा सेंटर और क्लाउड कारोबार इकाई नेक्ट्रसा डेटा का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि तपाड़िया को नेटमैजिक सोल्यूशंस, ट्रिमैक्स, ग्लोबल क्लाउड एक्सचेंज, जेनपैक्ट और रिलायंस इंफोकॉम जैसे संगठनों में 24 सालों से अधिक का अनुभव है। वहीं दूसरी ओर Vodafone idea के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा द्वारा पद से इस्तीफा देने के बाद कंपनी ने रविंद्र ठक्कर को प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है। बोर्ड ने कहा कि शर्मा वोडाफोन समूह में नई जिम्मेदारी संभालेंगे, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी।
डिजिटल इंडिया अर्थव्यवस्था में बदलाव
नेटमैजिक में अपनी हालिया भूमिका में तपाड़िया ने विभिन्न शहरों में डेटा सेंटर परिचालन का प्रबंधन किया और वैश्विक ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना है। भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (भारत और दक्षिण एशिया) गोपाल विट्ठल ने एक बयान में कहा, डिजिटल इंडिया अर्थव्यवस्था में बदलाव ला रहा है और ग्राहकों की सेवा करने के लिए नए अवसरों का निर्माण कर रहा है।
डेटा सेंटर और क्लाउड खंड उद्यम ग्राहकों की उभरती जरूरतों को पूरा करने की हमारी रणनीति का महत्वपूर्ण अंग है।उन्होंने कहा, हमने इस क्षेत्र में पहले ही कुछ बेहद महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की शुरुआत की है और हमारा इरादा अपनी ताकत का लाभ उठाकर इस क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है।
निजी कारणों से इस्तीफा, फिर नई नियुक्ति
वहीं दूसरी ओर दूरसंचार सेक्टर में चल रही मंदी के बीच Vodafone idea के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा ने तुरंत प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी के बोर्ड के अनुसार शर्मा ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। हालांकि कंपनी ने इसके बाद रविंद्र ठक्कर को प्रबंध निदेशक और सीईओ नियुक्त किया है। बोर्ड ने कहा कि शर्मा वोडाफोन समूह में नई जिम्मेदारी संभालेंगे, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी।
ग्राहकों को भी लगातार खो रही कंपनी
शीर्ष पद से शर्मा की वापसी को दूरसंचार क्षेत्र में चल रही मंदी का नतीजा बताया जा रहा है। उन्हें विलय के बाद बनाई गई कंपनी वोडाफोन आइडिया का पहला सीईओ एक साल से भी कम समय पहले नियुक्त किया गया था। कंपनी वित्तीय मोर्चे पर अच्छा नहीं कर रही है तथा ग्राहकों को भी लगातार खो रही है। कंपनी ने एक बयान में कहा, वोडाफोन आइडिया लि. के बोर्ड ने बालेश शर्मा के निजी कारणों से वोडाफोन आइडिया के सीईओ के पद छोड़ने के आवेदन को स्वीकार कर लिया।
वोडाफोन आइडिया का सफल एकीकरण
बयान में कहा गया है कि शर्मा ने वोडाफोन आइडिया के सफल एकीकरण की देखरेख की है, जिसके परिणामस्वरूप समेकन की अनुमानित समय सीमा चार साल से घटकर दो साल हो गई है। कंपनी ने कहा, बालेश ने कंपनी के गठन के बाद से संयुक्त व्यवसाय की रणनीति को आगे बढ़ाया है और उन्होंने भारत में सबसे बड़ी इक्विटी जुटाने की भी योजना बनाई है। ठक्कर तत्काल प्रभाव से कंपनी के एमडी और सीईओ के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उन्हें तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है।
Created On :   20 Aug 2019 7:39 AM GMT