अब 'मूडीज' ने दिया भारत को झटका, घटाया विकास दर का अनुमान

Moodys shock to India, reduced growth rate estimates
अब 'मूडीज' ने दिया भारत को झटका, घटाया विकास दर का अनुमान
अब 'मूडीज' ने दिया भारत को झटका, घटाया विकास दर का अनुमान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लगातार गिर रही देश की आर्थिक विकास दर को मजबूत बनाने के लिए भारत सरकार की कोशिशें विफल होती दिख रही हैं। देश मंदी की मार झेल रहा है। इसी बीच आज (गुरुवार) ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृध्दि का अनुमान घटा दिया है।

मूडीज ने मौजूदा वित्त वर्ष में यह अनुमान 5.8 से घटाकर 5.6 फीसदी तक कर दिया है। इससे पहले भी मूडीज ने 10 अक्टूबर को मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर का अनुमान 6.2 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया था। मूडीज ने कहा कि "GDP स्लोडाउन पहले की अपेक्षा लंबे समय तक जारी है।"

मूडीज ने बताया कि "हमने भारत के लिए अपने आर्थिक विकास के पूर्वानुमान में संशोधन किया है। हमारा अनुमान है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में भारत की विकास दर 5.6 फीसदी रहेगी जो साल 2018-19 में 7.4 फीसदी थी।" मूडीज ने कहा कि "भारत में नरमी पूर्वानुमान के विपरीत ज्यादा लंबी अवधि तक खिंच गयी है। इसके चलते हमें अपना अनुमान कम करना पड़ा है।" इसके अलावा मूडीज ने आने वाले वर्षों में भारत के लिए थोड़ी सामान्य स्थिति की भी संभावनाएं व्यक्त की है।

मूडीज ने कहा कि "हम उम्मीद करते हैं कि आर्थिक गतिविधि 2020 और 2021 में बढ़कर क्रमश: 6.6 फीसदी और 6.7 फीसदी हो सकती है, लेकिन बीते दिनों की तुलना में इसकी गति कम रहेगी।"

बता दें कि पिछले सप्ताह ही मूडीज ने भारत के परिदृश्य को "स्टेबल" से "नेगेटिव" करार दे दिया था। मूडीज ने कहा था कि "भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2018 के मध्य से यानी जुलाई माह से धीमी पड़ रही है। वास्तविक GDP दर 2019 की दूसरी तिमाही में करीब 8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी तक आ गयी है और बेरोजगारी भी बढ़ रही है।"

मूडीज के मुताबिक भारत में निवेश की गतिविधियां पहले से धीमी है लेकिन फिर भी खपत के लिए मांग के कारण अर्थव्यवस्था में तेजी बनी हुई थी। हालांकि अब खपत मांग में भी कमी आ रही है, जिससे देश में समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही मूडीज ने भारत में चल रहे मंदी के दौर को सबसे लंबे समय वाला भी बताया है।

Created On :   14 Nov 2019 1:15 PM GMT

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