राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर्यावरण अनुपालन को प्रोत्साहित करेगा

Karnataka State Pollution Control Board to encourage environmental compliance
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर्यावरण अनुपालन को प्रोत्साहित करेगा
कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर्यावरण अनुपालन को प्रोत्साहित करेगा
हाईलाइट
  • कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर्यावरण अनुपालन को प्रोत्साहित करेगा

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (केएसपीसीबी) ने शुक्रवार को पर्यावरण अनुपालन को प्रोत्साहित करने की घोषणा की। केएसपीसीबी के अध्यक्ष डॉ. शांत ए. थिमैया ने बेंगलुरु में बैंगलोर चैंबर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स (बीसीआईसी) के साथ इंटरैक्टिव सत्र में भाग लिया। उन्होंने कहा- केएसपीसीबी ने उद्योगों के लिए ग्रीनको रेटिंग प्रमाणन को लागू करने के लिए सीआईआई के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

केएसपीसीबी-सीआईआई ग्रीनको रेटिंग प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले उद्योगों को उद्योग के पैमाने और प्राप्त रेटिंग के आधार पर 50,000 रुपये से लेकर 10,00,000 रुपये तक के नकद पुरस्कार के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा- प्रोत्साहन योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। केएसपीसीबी प्रदूषण अनुपालन के लिए रेटिंग प्रणाली पर काम कर रहा है।

डॉ. थिमैया ने प्रदूषण अनुपालन के संबंध में नीति निर्माताओं और उद्योग के बीच मौजूदा अंतर को कम करने की तत्काल आवश्यकता बताते हुए विभिन्न उद्योग क्षेत्रों के प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने उद्योग से प्रदूषण नियंत्रण पर कई सवालों के जवाब भी दिए। डॉ. थिमैया ने अपने संबोधन में कहा, उद्योग और नीति निर्माताओं के बीच भरोसे की कमी है। हमें यह समझने की आवश्यकता है कि उत्पादन और प्रदूषण एक ही सिक्के के दो पहलू हैं क्योंकि वह एक दूसरे पर निर्भर हैं। उत्पादन और प्रदूषण को समान रूप से माना जाना चाहिए, और ऐसा करने से आप वैधानिक प्राधिकरणों का पालन करेंगे, और यह उद्योग की स्थिरता में भी मदद करेगा।

अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, हम पहले ही 14 जिलों का दौरा कर चुके हैं और उन्हें प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में शिक्षित करने और उनके द्वारा प्रस्तुत कानूनी दस्तावेज के अनुसार अनुपालन की जांच करने के लिए उद्योग क्षेत्र की विशिष्ट बैठकें आयोजित कर चुके हैं। राज्य द्वारा उत्पन्न कचरे के विशाल अनुपात पर विस्तार से बताते हुए बीसीआईसी के अध्यक्ष डॉ एल रवींद्रन ने कहा कि- राज्य में हर दिन भारी मात्रा में सीवेज, औद्योगिक कचरा, नगरपालिका ठोस कचरा, बायो-मेडिकल कचरा, खतरनाक कचरा, प्लास्टिक कचरा और ई-कचरा उत्पन्न होता है और इन मुद्दों से निपटने में केएसपीसीबी के प्रयास सराहनीय हैं।

उन्होंने कहा कि डॉ. थिमैय्या के साथ संवाद सत्र का मुख्य उद्देश्य केएसपीसीबी की अपेक्षाओं को समझना और उद्योग और सरकार के बीच तालमेल बनाना था। डॉ. थिमैया ने उद्योग और बीसीआईसी जैसे संघों से कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए इस संदेश को आगे ले जाने का आग्रह किया और उद्योगों को आश्वासन दिया कि स्पष्टीकरण और सहायता के लिए केएसपीसीबी हमेशा उपलब्ध है।

सोर्सः आईएएनएस

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Created On :   23 Dec 2022 7:30 PM IST

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