एक समय अरबों की संपत्ति के मालिक रहे नीरव मोदी आज हो गए है पाई-पाई के लिए मोहताज, पिज्जा तक खरीदने के लिए नहीं है पैसे
- अपने खर्चें भी वाहन नहीं कर पा रहा है नीरव मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के चर्चित पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी इस समय कंगाल हो चुका है। एक समय पर याट, हीरे और हवाई जहाज का शौक रखने वाला यह हीरा कारोबारी आज पूरी तरह से दिवालिया हो चुका है। आज उसके खाते में इतने पैसे भी नहीं हैं कि वह खुद के लिए पिज्जा खरीद सके। 2019 में लंदन पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से नीरव मोदी के बुरे दिन चल रहे हैं। भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक को नीरव मोदी 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगातार विदेश भाग गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (FDIPL) के पास सिर्फ 236 रुपए बैंक बैलेंस बचा है। एक समय पर बेशुमार दौलत का मालिक रहा यह शख्स को आज कर्ज लेकर जेल में जिंदगी काटनी पड़ रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि कोटक महिंद्रा बैंक ने इस खाते से 2.46 करोड़ रुपये की राशि एसबीआई को आयकर बकाया के रूप में ट्रांसफर की है, जिसके बाद बैंक में सिर्फ 236 रुपए शेष रह गए। कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा ट्रांसफर की गई राशि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) द्वारा कुल देय राशि का एक हिस्सा है।
अपने खर्चें भी वाहन नहीं कर पा रहा है नीरव मोदी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, नीरव मोदी ने दावा किया कि उसके पास पैसे नहीं हैं और उसे अदालत द्वारा आदेशित कानूनी लागत का भुगतान करने के लिए 150,000 यूरो से अधिक उधार लेने के लिए मजबूर किया गया है।
यह पूछे जाने पर कि उसने खुद को फंड करने की योजना कैसे बनाई, नीरव ने अदालत को बताया कि वह पैसा उधार ले रहा था। क्योंकि उसके पास पर्याप्त पैसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्यर्पण कार्यवाही के दौरान भारत में उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। जिसके बाद उसके पास कमाई के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
भारत में भी चल रहे तीन केस
भारत में हीरे के टाइकून के खिलाफ तीन आपराधिक कार्यवाही के तीन मामले चल रहे हैं। इनमें पहला एक सीबीआई द्वारा पीएनबी को धोखा देने के लिए, जिससे 700 मिलियन पाउंड से अधिक का नुकसान हुआ, दूसरा ईडी द्वारा पीएनबी धोखाधड़ी की आय के कथित मनी लॉन्ड्रिंग के लिए और तीसरा सीबीआई की कार्यवाही से जुड़े गवाहों और सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप शामिल हैं।
Created On :   21 March 2023 9:44 PM IST