पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगाम लगाने सरकार का नया प्लान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ती तेल (पेट्रोल-डीजल) की कीमतों ने आमजन को परेशान कर रखा है। पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के कारण सरकार आम आदमी के निशाने पर आ गई है, हर जगह सरकार को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इससे बचने के लिए सरकार ने अब एक नया प्लान बनाया है। सरकार जल्द ही पेट्रोल-डीजल को वायदा बाजार में जोड़ने जा रही है, इसके लिए सरकार अब ईंधन का वायदा कारोबार "फ्यूचर" लांच करने के लिए तैयार है।
सरकार काफी समय से तेल की बढ़ती कीमतों की समस्या से निजात पाने के उपाय खोज रही थी, जिससे विश्व बाजार में जारी कीमतों के दुष्प्रभाव से घरेलू बाजार को बचाया जा सके। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX) को पेट्रोल-डीजल के वायदा बाजार "फ्यूचर" की शुरुआत को हरी झंडी मिल गई है। ICEX के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीत प्रसाद ने इस बात की पुष्टि की है। प्रसाद ने कहा कि "हमें मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुका है, अगर SEBI हमें इजाजत देता है तो हम इसे एक दिन के भीतर ही इसे लांच कर देंगे"।
बता दें कि पेट्रोल-डीजल का वायदा बाजार "फ्यूचर" की शुरुआत करने के लिए ICEX को पहले SEBI से अनुमति लेनी होगी।
पेट्रोल-डीजल का वायदा बाजार शुरुआत सरकार के इस कदम को काफी सराहा जा रहा है, जानकारों ने उम्मीद जताई है कि इससे तेल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाई जा सकेगी।
क्या है वायदा बाजार "फ्यूचर"
वायदा बाजार के अनुसार ग्राहक वस्तु को खरीद कर भविष्य में, खरीदी गई तारीख के मूल्य पर बेच सकता है। इससे उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा।
वायदा से जनता को फायदा
पेट्रोल-डीजल के वायदा बाजार में आ जाने के बाद उपभोक्ता उसे एक निश्चित कीमत पर खरीद सकता है। दूसरे शब्दों में कहें तो ग्राहक आज की कीमत पर पेट्रोल-डीजल को बुक कर सकता है और भविष्य में इसकी डिलीवरी उसी कीमत पर ले सकता है। फिर चाहे उसकी कीमत कितनी भी बढ़ गई हो, ग्राहक को तेल उसके द्वारा बुक की गई कीमत पर ही मिलेगा।
Created On :   29 May 2018 2:07 PM GMT