PNB घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी बोला- मेडिकल ट्रीटमेंट लेने के लिए भारत छोड़ा था, भारतीय अधिकारियों को पूछताछ के लिए इनवाइट किया
- डोमिनिका हाईकोर्ट में फाइल किए गए हलफनामें में चोकसी ने कहा
- मेहुल चोकसी ने भारतीय अधिकारियों को उसके पूछताछ के लिए इनवाइट किया
- वह एक कानून का पालन करने वाला नागरिक है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने भारतीय अधिकारियों को उसके पूछताछ के लिए इनवाइट किया है। डोमिनिका हाईकोर्ट में फाइल किए गए हलफनामें में चोकसी ने कहा, वह एक कानून का पालन करने वाला नागरिक है। भारतीय अधिकारी उसके खिलाफ जो जांच कर रहे हैं उसे लेकर जो भी सवाल पूछना चाहते हैं वो पूछ सकते हैं। चोकसी ने दावा किया कि उसने केवल मेडिकल ट्रीटमेंट लेने के लिए भारत छोड़ा था। चोकसी ने कहा, जब वह मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अमेरिका गया था तब उसके खिलाफ लॉ इंफोर्समेंट अथॉरिटीज का कोई वॉरंट नहीं था।
बता दें कि गीतांजलि ज्वेलर्स के मालिक मेहुल चोकसी पर अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है, जिसमें लेटर ऑफ अंडरटेकिंग का इस्तेमाल कर पैसों की हेराफेरी की गई है। चोकसी जनवरी 2018 में विदेश भाग गया था। बाद में पता चला कि उसने एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले ली है। पीएनबी घोटाले की जांच कर रही है केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। हाल ही में उसे अवैध एंट्री के लिए डोमिनिका में पकड़ा गया है। हाईकोर्ट और मजिस्ट्रेट कोर्ट में उसकी सुनवाई हो रही है।
हाईकोर्ट को ये तय करना है कि डोमिनिका में मेहुल चोकसी की एंट्री कानूनी थी या गैरकानूनी? साथ ही ये भी तय करना है कि पुलिस ने उसको कानूनी रूप से गिरफ्तार किया है या गैरकानूनी रूप से? इसके बाद ही चोकसी को किसी दूसरे देश को सौंपने पर कोई फैसला लिया जाएगा। वहीं मजिस्ट्रेट कोर्ट ने चोकसी की जमानत को खारिज करते हुए अगली सुनवाई 14 जून को तय की है। ऐसे में अब ये देखना होगा कि हाईकोर्ट में अगली सुनवाई कब होती है। हाईकोर्ट चोकसी की जमानत याचिका पर मजिस्ट्रेट कोर्ट के फैसले का इंतजार करती है या फिर उससे पहले ही सुनवाई कर अपना फैसला सुनाती है।
भारत की सरकार ने डोमिनिकन सरकार से भगोड़े हीरा व्यापारी को भारत को सौंपने के लिए कहा, ताकि पीएनबी घोटाले में अपनी भूमिका के लिए चोकसी भारत में कानून का सामना कर सके। वहीं एंटीगुआ के पीएम भी स्पष्ट रूप से कह चुके है कि उनकी सरकार चोकसी की नागरिकता रद्द करने और भारत में उसके प्रत्यर्पण को आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ है। मेहुल चोकसी 23 मई को एंटीगुआ से अचानक गायब हो गया था। इसके बाद से एजेंसियां उसकी तलाश में थीं। इसके बाद चोकसी को डोमेनिका में पकड़ा गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेहुल चोकसी क्यूबा भागने की फिराक में था।
CNN-News18 से बातचीत में डोमिनिका पुलिस ने कहा था कि चोकसी को नॉर्थ डोमिनिका के ऐसे इलाके से पकड़ा गया है जहां एक भी एयरपोर्ट नहीं है। माना जा रहा है कि उसने नाव के सहारे ही डोमिनिका में एंट्री ली थी। स्थानीय पुलिस ने बताया कि चोकसी को डोमिनिका की राजधानी रोज के कैनफील्ड बीच पर देखा गया था। उस दौरान वह बीच में कुछ दस्तावेजों को बहा रहा था। उसकी इस संदिग्ध गतिविधियों को देखकर पुलिस को शक हुआ और उसने पूछताछ की। जब पुलिस वालों ने मेहुल चोकसी से डोमिनिका आने का मकसद पूछा तो वह हक्का-बक्का रह गया और उसने जवाब देने से इनकार कर दिया।
Created On :   6 Jun 2021 3:44 PM IST