ईवी अपनाने को लेकर दूर होगी झिझक

Announcement of new battery swapping policy for electric vehicles, will remove hesitation about adopting EV
ईवी अपनाने को लेकर दूर होगी झिझक
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नई बैटरी स्वैपिंग नीति की घोषणा ईवी अपनाने को लेकर दूर होगी झिझक
हाईलाइट
  • सरकार जल्द ही बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी लेकर आएगी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क द्वारा भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण को लेकर भारतीय मंत्रियों की गुजारिश पर कोई ध्यान नहीं देने के बावजूद, सरकार ने कहा कि वह जल्द ही एक ईवी बैटरी स्वैपिंग नीति लाएगी और इंटरऑपरेबिलिटी मानकों को तैयार किया जाएगा। यह ईवी ऑटोमेकर्स के लिए एक बड़ी खबर है और एक ऐसा कदम है, जिसकी उद्योग के दिग्गजों ने सराहना की है।

यह नीति उन निजी कंपनियों के लिए उपयोगी साबित हो सकती है, जिन्हें इलेक्ट्रॉनिक वाहन विनिर्माण में प्रवेश करने और राज्य सरकारों के साथ काम करने के लिए लुभाया जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, यह ईवी पारिस्थितिकी तंत्र में दक्षता में सुधार करेगा। सरकार स्वच्छ तकनीक और शासन समाधान, शून्य जीवाश्म-ईंधन नीति के साथ विशेष गतिशीलता क्षेत्रों और ईवी वाहनों के पूरक शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के उपयोग के लिए एक बदलाव को भी बढ़ावा देगी।

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में एलान किया कि सरकार जल्द ही बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी लेकर आएगी। बैटरी स्वैपिंग सुविधा का फायदा यह होगा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) में बैटरी चार्जिंग की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही कोई भी ईवी वाहन मालिक अपनी डिस्चार्ज बैटरी के बदले फुल चार्ज बैटरी ले सकता है। सरकार के इस नीति के लाने से लोगों में इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने को लेकर झिझक दूर होगी।

इससे वाहन की बैटरी चार्ज होने की प्रतीक्षा में होने वाली देरी को समाप्त किया जा सकेगा। बाउंस के सीईओ और सह-संस्थापक विवेकानंद हालेकेरे ने आईएएनएस को बताया कि सरकार और नीति निर्माताओं ने भारत में ईवी अपनाने में तेजी लाने के लिए बैटरी स्वैपिंग को सबसे प्रभावी समाधान के रूप में मान्यता दी है।

उन्होंने कहा, यह अडॉप्शन (ईवी वाहनों को अपनाना) को लेकर की जाने वाली चिंता और हिचकिचाहट के साथ-साथ चाजिर्ंग इंफ्रास्ट्रक्च र स्थापित करने के व्यावहारिक पहलुओं पर विचार करता है - उदाहरण के लिए, समर्पित चाजिर्ंग स्टेशनों के लिए शहरी क्षेत्रों में जगह की कमी है। हमारा मानना है कि यह कदम बड़े पैमाने पर किफायती और स्वच्छ गतिशीलता को सक्षम कर सकता है।

भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की सवारी करने के लिए ग्राहकों के बीच विश्वास जगाते हुए देश भर में एक अच्छी तरह से स्थापित ईवी बुनियादी ढांचे को सक्षम करने में नीति महत्वपूर्ण होगी। ओकिनावा ऑटोटेक के एमडी और संस्थापक जीतेंद्र शर्मा ने कहा, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे अंतिम मील डिलीवरी स्पेस में ईवी अपनाने को बढ़ावा मिलेगा, जहां समय की कमी मौजूदा बैटरी को चार्ज करने की तुलना में तत्काल बैटरी स्वैपिंग को अधिक व्यवहार्य बनाती है।

अश्विन शंकर द्वारा स्थापित पुणे स्थित स्टार्टअप बैटरीपूल बैटरी की अदला-बदली की चुनौतियों का समाधान कर रहा है। उन्होंने कहा, हम मानते हैं कि बैटरी स्वैपिंग इलेक्ट्रिक टू और थ्री व्हीलर्स को चार्ज करने का सही तरीका है - खासकर शहरी क्षेत्रों में। अब, यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार द्वारा निर्धारित इंटरऑपरेबिलिटी मानक और उद्योग इन मानकों के अनुरूप कैसे हैं?

एलाइड मार्केट रिसर्च के अनुसार, वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी स्वैपिंग बाजार का मूल्य 2020 में 10.01 करोड़ डॉलर था और 2030 तक इसके 85.26 करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 24.4 प्रतिशत की सीएजीआर दर्ज करता है।

आईएएनएस

Created On :   1 Feb 2022 8:30 PM IST

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