Honda, Nissan Merger: होंडा और निसान ने किया विलय का ऐलान, बनेगी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कार कंपनी

होंडा और निसान ने किया विलय का ऐलान, बनेगी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कार कंपनी
  • होंडा और निसान ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
  • इलेक्ट्रिक कार निर्माताओं से प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ी
  • ग्रुप का लक्ष्य 3 ट्रिलियन येन से अधिक लाभ देने का है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जापान की दो दिग्गज कार निर्माता होंडा मोटर कंपनी (Honda) और निसान मोटर कंपनी लिमिटेड (Nissan) ने बीते समय से चल रही अटकलों के बाद अपने विलय की घोषणा कर दी है। दोनों कंपनियों ने सोमवार को इस विलय को लेकर एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इसकी जानकारी होंडा के सीईओ तोशीहिरो मिबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया।

उन्होंने कहा कि, ऑटो इंडस्ट्री इस समय एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। जब जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होकर इलेक्ट्रिक वाहनों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है और चीनी प्रतिद्वंद्वियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।

बनेगी तीसरी बड़ी कंपनी

यहां बता दें कि, होंडा और निसान के साथ इस विलय में निसान की एसोसिएट मित्सुबिशी मोटर्स (Mitsubishi Motors) भी शामिल होगी। ऐसे में इस विलय के अंतिम रूप लेने के बाद इन कंपनियों का ग्रुप दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता के रूप में उभरेगा।

कब तक होगा विलय?

कंपनी का कहना है कि, टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होंडा और निसान दोनों की मूल कंपनी के रूप में एक होल्डिंग कंपनी बनाई जाएगी। इन दोनों कंपनियों के विलय की योजना जून 2025 तक अंतिम रूप ले सकती है। माना जा रहा है कि, ये होल्डिंग कंपनी के अगस्त 2026 तक चालू हो सकती है। नई शुरुआत के साथ ही होंडा और निसान दोनों के शेयरों को जुलाई और अगस्त 2026 के अंत में डीलिस्ट किया जाएगा।

वहीं बाद में इनको जुलाई और अगस्त 2026 के अंत में डीलिस्ट किया जाएगा, जिसे बाद में स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट किया जाएगा। विलय किए गए ग्रुप का लक्ष्य 30 ट्रिलियन येन (लगभग 16.30 लाख करोड़ रुपए) की वार्षिक बिक्री और 3 ट्रिलियन येन (1.62 लाख करोड़ रुपए) से अधिक का ऑपरेशंस लाभ देने का है।

इलेक्ट्रिक वाहनों से बड़ी प्रतिस्पर्धा

इस समय इलेक्ट्रिक व्हीकल सेग्मेंट में अमेरिकन कंपनी टेस्ला (Tesla) और चीनी कार कंपनी बिल्ड योर ड्रीम (BYD) के अलावा कई और समूहों ने बाजार में तेजी से प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया है। वहीं जापान में ऑटो मैन्युफैक्चरर इलेक्ट्रिक ऑटो सेगमेंट में होंडा और निसान अपने प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रह गए हैं। ऐसे में होंडा और निसा के विलय की यह योजना इन जैसे इलेक्ट्रिक कार समूहों से मुकाबला करने के तौर पर देखा जा रहा है।

Created On :   23 Dec 2024 6:40 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story