Vastu and Occult Science: डिजिटल सक्सेस से वास्तु और ओकल्ट साइंस तक की प्रज्ञा दुबे की प्रेरणादायक यात्रा
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कुछ लोग अपनी जिंदगी में शुरुआत का सही मौका तलाशते रहते हैं, जबकि कुछ अपने अनुभवों से सीखते हुए खुद का रास्ता बना लेते हैं। प्रज्ञा दुबे इन्हीं में से एक हैं। मात्र 22 साल की उम्र में उन्होंने वो उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनका सपना लोग सालों तक देखते हैं। डिजिटल सफलता से लेकर वास्तु और ओकल्ट साइंस तक, प्रज्ञा का सफर कड़ी मेहनत, लगातार सीखने और दूसरों की मदद करने की उनकी लगन की कहानी है।
एक साधारण शुरुआत से असाधारण सफर तक
प्रज्ञा दुबे की यात्रा एक छोटे से कस्बे में स्कूल की पढ़ाई से शुरू हुई। 17 साल की उम्र में, उन्होंने फ्रीलांसिंग शुरू की और ब्रांड्स के लिए यूजर जनरेटेड कंटेंट बनाना शुरू किया। उनके शुरुआती अनुभवों ने उन्हें डिजिटल वर्ल्ड की असीम संभावनाओं से परिचित कराया।
हालांकि, उनके शुरुआती प्रयोग जैसे कि ड्रॉपशिपिंग और अमेज़न एफबीए सफल नहीं हुए। लेकिन प्रज्ञा ने हार मानने के बजाय खुद को अपस्किल करने पर ध्यान दिया। उन्होंने गूगल ऐड्स, फेसबुक ऐड्स, कंटेंट क्रिएशन, और एक्सेल जैसे डिजिटल टूल्स में प्रमाणपत्र हासिल किए। ये कौशल उनके करियर की नींव बने और उनके कंटेंट ने लाखों दर्शकों तक पहुंच बनाकर कई बार वायरल सफलता हासिल की।
उनकी मेहनत रंग लाई जब 18 साल की उम्र में उन्होंने अपने जीवन के पहले 10 लाख रुपये कमाए। 19 की उम्र में, उन्होंने एक पूरी तरह से प्रायोजित अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की। 20 साल की उम्र तक, उन्होंने 1 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमा लिया।
प्रज्ञा की इन उपलब्धियों ने उन्हें इंडस्ट्री के कई दिग्गजों से पहचान दिलाई। रितेश अग्रवाल (OYO के संस्थापक) और प्रफुल्ल बिल्लोरे (MBA चायवाला) जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने उनकी सफलता की सराहना की। इसके अलावा, उन्हें रित्विज तिवारी (100 करोड़ वैल्यूएशन वाले बिज़गुरुकुल के सीईओ) से भी सम्मान मिला, जहां उन्होंने एक सहयोगी और कोर्स क्रिएटर के रूप में काम किया।
दूसरों की सफलता में योगदान
प्रज्ञा की कहानी केवल उनकी निजी सफलता तक सीमित नहीं है। उन्होंने डिजिटल कौशल के माध्यम से दूसरों को आत्मनिर्भर बनाने का भी प्रयास किया है। डॉमिनेटर्स बिजनेस ट्राइब की को-फाउंडर के रूप में, उन्होंने 500 से अधिक लाइव सेशंस में 5,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया है। उनके द्वारा सिखाए गए कई लोग आज 50-60 लाख रुपये सालाना तक कमा रहे हैं।
उनकी 2,500+ पेड मेंबर्स की कम्युनिटी उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। प्रज्ञा कहती हैं, "मेरे छात्रों की सफलता मेरे लिए मेरी किसी भी व्यक्तिगत उपलब्धि से ज्यादा मायने रखती है।"
एक नई शुरुआत: वास्तु और ओकल्ट साइंस
डिजिटल वर्ल्ड में अपनी पहचान बनाने के बाद, प्रज्ञा ने वास्तु और ओकल्ट साइंस में भी कदम रखा। उन्होंने 500 से अधिक प्रॉपर्टीज पर वास्तु परामर्श दिया है, जिनमें शामिल हैं:
- एक 30 करोड़ रुपये का विला, जो दुबई के एक कंटेंट क्रिएटर का है।
- वरिष्ठ जीएसटी अधिकारियों के आवास।
- रेस्टोरेंट्स, होटलों और अन्य हाई-एंड कमर्शियल प्रॉपर्टीज।
प्रज्ञा का वास्तु परामर्श पारंपरिक सिद्धांतों और आधुनिक प्रैक्टिकल एप्रोच का एक बेहतरीन संयोजन है। "वास्तु लोगों और उनके आस-पास के वातावरण में सामंजस्य बनाने का एक जरिया है। इसे देखकर जो बदलाव होते हैं, वो बहुत संतोषजनक हैं," प्रज्ञा कहती हैं।
चुनौतियों का सामना और उनका समाधान
प्रज्ञा का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने 70,000+ फॉलोअर्स वाले अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को मालिशियस रिपोर्टिंग के कारण खो दिया। ये अकाउंट उनके बिजनेस का मुख्य साधन था, लेकिन उन्होंने इसे फिर से खड़ा किया। वित्तीय परेशानियों और टीम से जुड़े मुद्दों ने भी उनके शुरुआती सफर को चुनौतीपूर्ण बनाया, लेकिन हर बार वह मजबूत होकर उभरीं।
प्रज्ञा का प्रेरणास्त्रोत
उनकी सफलता का राज उनकी सीखने की इच्छा और खुद को हर दिन बेहतर बनाने की आदत में है। चाहे डिजिटल कौशल को सीखना हो, दूसरों का मार्गदर्शन करना हो, या प्राचीन प्रथाओं को समझना हो, प्रज्ञा हर नए अवसर को खुलकर अपनाती हैं।
अब, प्रज्ञा की योजना अपने डिजिटल एजुकेशन और वास्तु कंसल्टेंसी के दायरे को और विस्तार देने की है। वह वर्कशॉप्स, डिजिटल गाइड्स और सामुदायिक पहलों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना चाहती हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि सफलता केवल एक रास्ते पर चलने से नहीं मिलती—यह जिज्ञासा, चुनौतियों का सामना, और सकारात्मक प्रभाव डालने की इच्छा से मिलती है।
Created On :   21 Feb 2025 2:39 PM IST