पुस्तक मेले में हंगामा: डिस्काउंट के चक्कर में आए अभिभावक, दुकानदार देने तैयार नहीं, जताया विरोध
- कलेक्टर ने किया पुस्तक मेले का आयोजन
- स्थानीय एमएलबी स्कूल में हुआ आयोजन
- 5 प्रतिशत भी कम करने तैयार नहीं थे दुकानदार
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में डिस्काउंट के चक्कर मेले मेंं आए अभिभावकों ने शनिवार को प्रशासन के पुस्तक मेले में जमकर हंगामा किया। पहले दावा किया जा रहा था कि मेले में अभिभावकों को 5 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी, लेकिन पुस्तक मेले में आए दुकानदार अभिभावकों को छूट देने तैयार नहीं थे, उल्टा अभिभावकों से कह रहे थे कि उन्हें धन्यवाद देना चाहिए कि वे दुकान छोडक़र मेले में आकर बैठे हैं।
अभिभावकों को एक ही जगह पर हर एक प्राईवेट स्कूल की किताबें मिल जाए इसके लिए प्रशासन द्वारा पुस्तक मेले का आयोजन स्थानीय एमएलबी स्कूल में किया गया । पहले दावा था कि दुकानदार आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते 5 प्रतिशत तक की छूट किताबों पर अभिभावकों को प्रदान करेंगे, लेकिन जब अभिभावकों ने किताबें खरीदी तो वे एक प्रतिशत भी छूट देने के लिए तैयार नहीं थे। जिसके कारण अभिभावकों ने यहां हंगामा करना शुरु कर दिया। काफी हल्ला मचाने के बाद भी दुकानदार यही राप अलाप रहे थे कि एनसीईआरटी की किताबों में छूट का प्रावधान नहीं है।
कलेक्टर ने किया मेले का शुभारंभ
स्थानीय एमएलबी स्कूल में आयोजित हुए पुस्तक मेले का शुभारंभ कलेक्टर शीलेंद्र सिंह द्वारा किया गया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद थे। 13 मई तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। सुबह 10 से शाम 6 बजे तक मेला एमएलबी स्कूूल में आयोजित होगा।
इनका कहना है
-दुकानदारों का कहना था कोई छूट नहीं दी जा रही है। पुस्तक मेले में सिर्फ कॉपियों पर डिस्काउंट दिया जा रहा है। जो दुकानों में भी दिया जा रहा है। फिर मेले में आने का मतलब क्या।
आदर्श सक्सेना
अभिभावक
- मार्केट रेट पर ही पुस्तकें पुस्तक मेले में दी जा रही है। प्रिंट रेट पर किताबें दी जा रही है। शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। अधिकारी भी सुनने के लिए तैयार नहीं है।
आशिष गोयल,अभिभावक