प्लास्टिक बंदी के लिए युवक निकला पदयात्रा पर
जनजागरण प्लास्टिक बंदी के लिए युवक निकला पदयात्रा पर
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । मन में कुछ कर गुजरने की यदि तमन्ना हो तो कोई भी कार्य कठिन नहीं होता। इसी बात को साबित किया है नागपुर के कामठी निवासी 19 वर्षीय रोहण अग्रवाल ने। लोगों में प्लास्टिक बंदी पर जनजागरण करने के साथ-साथ लोगों की संस्कृति, भाषा, धर्म और जीवन के प्रति एक दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के लिए रोहण ने पैदल ही भ्रमण करना शुरू किया है। भारत के कुल 16 राज्यों की यात्रा करने के बाद जब रोहण गड़चिरोली पहुंचा तो उसने गड़चिरोली के लोगों में भी जनजागरण किया। इस दौरान रोहण ने शहर के पत्रकारों से बातचीत कर अपने अनुभव को साझा किया।
रोहण ने पत्रकारों को बताया कि, कामठी निवासी रोहण ने कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद 25 अगस्त 2020 से उत्तरप्रदेश के वाराणसी में गंगा स्नान कर अपनी पैदल यात्रा की शुरुआत की। करीब पांच महीनों की कालावधि में उसने पैदल ही कुल 16 राज्यों का भ्रमण पूर्ण किया है। इसमें प्रमुखता से राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तामिलनाडू, कर्नाटक, केरल, गोवा, पुद्दुचेरी, तेलंगना और महाराष्ट्र राज्य का समावेश है। इस भ्रमण के दौरान रोहण ने प्लास्टिक के दुष्परिणामांे के बारे में लोगांे को समझाया।
वातावरण में लगातार हो रहे बदलाव के लिए प्लास्टिक का उपयोग ही प्रमुख कारण होकर इससे आम लोगों के जीवन में भी गलत असर हो रहा है। इस भ्रमण के दौरान रोहण जहां मिले वहां काम भी करता है। काम के ऐवज में मिलने वाले पैसों से वह अपने लिए भोजन का प्रबंध करता है। जैसे ही वह किसी बड़े शहर में पहुंचता है, वहां के लोगों से बातचीत कर वहां की परंपरा, संस्कृति और भाषा के बारे में जानकारी इकट्ठा करता है। रोहण ने अब तक देश की 8 भाषाओं के साथ 2 विदेशी भाषा का ज्ञान प्राप्त किया है। गड़चिरोली के बाद वह बुधवार को अहेरी, सिरोंचा से छत्तीसगढ़ राज्य पहुंचेगा, जिसके बाद ओड़िसा और कोलकाता पहुंचेगा। इसके लिए घर के परिजनों ने काफी विरोध किया। लेकिन बाद में उसकी ध्येय प्राप्ति के जुनून को देख परिजनों ने भी उसकी हौसला आफजाई की। गड़चिरोली में रोहण के दाखिल होते ही लॉयन्स क्लब के पदाधिकारियों ने उसका स्वागत किया।