उप्र में योगी सरकार ने 12 से 15 फीसदी बढ़ाए बिजली के दाम, इतनी बढ़ी दरें
उप्र में योगी सरकार ने 12 से 15 फीसदी बढ़ाए बिजली के दाम, इतनी बढ़ी दरें
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिजली की दरें बढ़ाने के साथ ही आम जनता को झटका दे दिया है। सरकार ने मंगलवार को नई दरों का ऐलान कर दिया है। जिसमें घरेलू, ग्रामीण, व्यावसायिक और इंडस्ट्री सभी तरह के उपभोक्ताओं की दरों में बढ़ोतरी की गई है। किस क्षेत्र में कितनी बढ़ी दरें, आइए जानते हैं...
इतने फीसदी बढ़ोतरी
सरकार ने बिजली की दरें 12 से 15 फीसदी महंगी करने का फैसला लिया है। जिसके अनुसार घरेलू बिजली दरें 12 फीसदी, शहरी क्षेत्र में 15 फीसदी और औद्योगिक क्षेत्र में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। जबकि ग्रामीण इलाकों में फिक्स चार्ज 400 से बढ़ाकर 500 किया गया है।
यूपी पॉवर कारपोरेशन की मांग
आपको बता दें कि यूपी पॉवर कारपोरेशन ने करीब 25 फीसदी बढ़ोतरी की मांग की थी। इसके बाद से सरकार बिजली की दरें बढ़ाने पर विचार कर रही थी। पावर कॉरपोरेशन ने 14 जून को आयोग में नई दरों का प्रस्ताव दाखिल किया था। प्रस्तावित दरों पर सभी वितरण कंपनियों में सार्वजनिक सुनवाई पूरी होने के बाद राज्य विद्युत नियामक आयोग ने अंतिम फैसला लिया है।
सबसे अधिक ये प्रभावित
नई दरों से सबसे ज्यादा प्रभावित घरेलू उपभोक्ता हो रहे हैं। बिजली की दर में बढ़ोतरी के बाद सबसे अधिक बोझ 68 लाख शहरी उपभोक्ताओं पर ही पड़ेगा। दो से पांच किलोवाट तक उपभोक्ताओं के प्रतिमाह बिल में औसत 100 से अधिक तक की बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल आमजनों को बढ़ी हुई दरों पर बिल का भुगतान करना पड़ेगा।
गरीबों के साथ अन्याय
बिजली दरें बढ़ने के आसार पहले ही नजर आने लगे थे और आम लोगों व किसानों ने इसका विरोध किया था। फिलहाल बढ़ोतरी कर दी गई है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि पावर कॉर्पोरेशन ने बीपीएल शहरी के स्लैब को 50 यूनिट तक सीमित कर उनकी दरों में लगभग 109 प्रतिशत की वृद्धि प्रस्तावित की है जो गरीबों के साथ अन्याय है।