चुनाव ड्यूटी: गोद में बेटा और हाथ में ईवीएम, फिर भी उत्साह में कमी नहीं
चुनाव ड्यूटी: गोद में बेटा और हाथ में ईवीएम, फिर भी उत्साह में कमी नहीं
डिजिटल डेस्क, सतना। 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए विभिन्न मतदान दलों में महिलाओं को भी शामिल किया गया है। 18 मतदान केंद्र तो ऐसे हैं, जहां के मतदान दलों में सिर्फ महिलाओं को ही शामिल किया गया है।ड्यूटी के दौरान ऐसी अनेक महिला कर्मचारी देखने मेंआई जिनके गोद में बच्चा था और साथ में वे ईवीएम मशीन भी कंधे पर लादीं थीं । ऐसी महिला कर्मचारी ; कल्पना देवी ; सरस्वती बाई आशा आदि ने बताया कि उन्होंने चुनाव ड्यूटी से बचने का कोई उपाय नहीं किया । उन्होंने पहले ही सोच लिया था कि वे खुशी - खुशी चुनाव ड्यूटी करेंगी।
मतदान केंद्रों पर पहुंचीं पोलिंग पार्टियां
जिले में विधानसभा चुनाव के लिए बनाए गए सभी मतदान केंद्रों पर मतदान दल पहुंच चुके हैं। इससे पहले मंगलवार को सुबह 6 बजे से मतदान सामग्री के वितरण का काम यहां व्यंकट-वन में शुरु कर दिया गया था। चुनाव के लिए कुल 1978 मतदान दल गठित किए गए हैं। मतदान सामग्री का वितरण जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर राहुल जैन तथा एसपी संतोष सिंह गौर की निगरानी में किया गया। इस दौरान निगमायुक्त कमिश्नर प्रवीण सिंह अढ़ायच भी मौजूद थे। रीवा संभाग के कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी और निर्वाचन प्रेक्षक भी मतदान सामग्री के वितरण स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे।
80 फीसदी से अधिक मतदान का लक्ष्य
विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाता जागरूकता समेत किए गए नवाचारों की आज परीक्षा है। इसके पहले हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले 10 फीसदी मतों की बढ़ोत्तरी हासिल करना निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि 2013 के विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 69.4 रहा जबकि निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक यह आकड़ा इस चुनाव में 80 फीसदी के पार होना चाहिए। इस टॉरगेट को हासिल करना एक बड़ी चुनौती है। वैसे जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर राहुल जैन, नगर निगम आयुक्त प्रवीण अढ़ायच के मार्गदर्शन में स्वीप प्लान के नोडल अधिकारी मनीष सेठ की टीम ने जागरूकता अभियान और नवाचारों के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जिसमें समाज के सभी वर्गों की सहाभागिता रही।
बिना लाइन में लगे वोट डाल सकेंगे दिव्यांग मतदाता
विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। दिव्यांग मतदाताओं के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र में जहां रैम्प बनाए गए हैं, वहीं चिन्हित मतदान केन्द्रों पर व्हीलचेयर अथवा ट्राइसाइकिल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। दिव्यांग मतदाताओं को मतदान में किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए उन्हें विशेष छूट देते हुए तीन पहिया वाहन सीधे मतदान कक्ष तक ले जाने की अनुमति दी जाएगी। दिव्यांग मतदाताओं को बिना कतार में लगे सीधे मतदान करने की अनुमति भी होगी। मतदान केन्द्रों पर तैनात किये जा रहे मतदान कर्मियों को भी मतदान में दिव्यांगों की सहायता के निर्देश दिये गये हैं। ऐसे मतदाता, जिनके पास दिव्यांग मतदाता वाली पर्ची होगी, उसे मतदान कक्ष तक ले जाने के निर्देश मतदान कर्मियों को दिये गये हैं।