चांद की रोशनी में की जाएगी वन्यजीवों की प्रगणना

5 मई को बुद्ध पूर्णिमा चांद की रोशनी में की जाएगी वन्यजीवों की प्रगणना

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-29 08:43 GMT
चांद की रोशनी में की जाएगी वन्यजीवों की प्रगणना

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर क्षेत्र में चांद की रोशनी में बुद्धपूर्णिमा के दिन शुक्रवार 5 मई को वन्यजीवों की प्रगणना होने वाली है। ‘मचान स्टे’ इस नाम से वन्यजीव गणना कार्यक्रम में शामिल होने दो प्रगणन के लिए 4 हजार 500 रुपए शुल्क रखा गया है। इस वर्ष पहली बार प्रगणना के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना है। नियम व शर्तों का पालन कर पूरी तरह स्वास्थ्य प्रगणनों का प्राकृतिक दर्शन के लिए चयन किया जाएगा। ताड़ोबा बफर क्षेत्र में 50 जगह मचानों की व्यवस्था की गई है। 

ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प में हर वर्ष चांद की रोशनी में वन्यजीव की प्रगणना कार्यक्रम चलाया जाता। इस वर्ष कोर जोन को छोड़ बफर क्षेत्र में यह कार्यक्रम 5 मई को चलाया जा रहा है। बुद्धपूर्णिमा को चांद की रोशनी में ताड़ोबा में वन्यजीव गणना होने वाली है। इस संदर्भ में ऑनलाइन पद्धति से प्रगणकों के चयन से 50 जगह मचान स्टे प्रणाली चलाई गई है। इस प्राकृतिक दर्शन में शामिल होने वाले पर्यटकों से 4 हजार 500 रुपए शुल्क लिया जा रहा है। इस शुल्क पर दो प्रगणकांें के साथ गाइड के ठहरने की व्यवस्था मचान पर होगी।  इस वर्ष पेड़ों के बदले लोहे तथा स्टील के मचान बनाए गए हैं।

जो प्राकृतिक तथा कृत्रिम जलस्रोतांें के समीप है। मूल वनपरिक्षेत्र के फुलझरी, वानरचुआ, जानाला तलाब, शिवणी के चावरदंड, कुकरहेट्टी, पिपरहेटी, पांढरपौनी तालाब, मोहुर्ली स्थित सीमेंट टंकी, इरई बांध, वन तालाब, फेटाबोड़ी, आगरझरी के देवड़ा वन तालाब, अड़ेगांव, जोडटोहा नाला, इरई बांध, आंबेझरी, पद्मपपुर के वाढोली इरई बांध, पलसगांव, मदनापुर के कमकझरी, बोअरवेल खोड तालाब, फुटकी बोडी. जुनाबाई जलाशय, दाभोरी तालाब, वनसंरक्षण कुटी, आनंदवन तालाब, चंद्रपुर के गोवरझरी, चोरगांव, खड़संगी के झरण आदि जगह मचान तैयार किए गए हंै। इस वर्ष भी कड़े नियम लगाए गए हैं।सभी प्रगणनकों को नियमों का पालन करने के निर्देश ताड़ोबा प्रबंधन ने दिए हंै। ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर जोन के चंद्रपुर, खडसंगी, मूल, शिवणी, मोहुर्ली आदि वनक्षेत्र के मचानाें पर यह प्रगणना की जानेवाली है। वन्यजीव प्रगणना में पहली बार शुल्क लिया जा रहा है। बावजूद ताड़ोबा बफर क्षेत्र में ऑनलाइन पंजीयन लगभग फुल  है। जिन्हंे ऑनलाइन पंजीयन नहीं मिला, वे साढ़े चार हजार रुपए शुल्क देकर ऑफलाइन पंजीयन करा रहे हैं। पिछले कुछ घटनाओं का संज्ञान लेकर ताड़ोबा अंधारी बाघ प्रकल्प प्रबंधन ने इस वर्ष प्राकृतिक दर्शन में विशेष जिम्मेदारी ली है। 

एक मचान पर दो पर्यटक व गाइड
वनविभाग द्वारा वन्यजीव प्रगणन के लिए एक मचान पर दो पर्यटक व एक गाइड को बैठाया जाएगा। 4 हजार 500 रुपए में प्रगणकाें को केवल मचान तक जिप्सी से छोड़ा जाएगा। पानी, दो समय का खाना, अन्य व्यवस्था पर्यटकों को स्वयं करनी पड़ेगी। 

नहीं ले जा सकते निजी वाहन
बुद्ध पूर्णिमा के दिन प्रगणकांें की भीड़ रहती है। उन्हें उनके निजी वाहन मचान तक ले जाने पर पाबंदी है। ऐसे में ताड़ोबा के जिप्सी चालकांें की मदद ली जाती है। जिप्सी चालकांें को इसके माध्यम से रोजगार मिलता है, जिससे मचान स्टे के लिए लिए जानेवाले शुल्क केवल जिप्सी चालकांें को मिलने वाला है। यह शुल्क लगाया गया है। मचान प्रगणन कार्यक्रम में शामिल होने पिछले दो-तीन वर्ष से शुल्क लगाया जा रहा है। साढ़े चार हजार रुपए शुल्क उचित है। 
-कुशाग्र पाठक, उपसंचालक, ताड़ोबा बफर क्षेत्र
 

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