मौसम ने बदली करवट, जकड़ रहा वायरल फीवर, सर्दी-खांसी के पेशेंट बढ़े
मध्य प्रदेश मौसम ने बदली करवट, जकड़ रहा वायरल फीवर, सर्दी-खांसी के पेशेंट बढ़े
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मौसम के करवट बदलने के साथ बढ़ी ठंडक ने वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। लगभग हर दूसरे घर में मौसमी बीमारियों ने लोगों को जकड़ रखा है। वायरल से पीडि़त पेशेंट के शरीर का तापमान १०२ से १०५ डिग्री तक पहुंच रहा है। खासकर बच्चे बुखार से तप रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में सामान्य दिनों की अपेक्षा इन दिनों वायरल के मरीजों की संख्या दोगुनी तक पहुंच गई है। इनमें से अधिकांश मरीज सर्दी-खांसी और तेज बुखार के साथ थ्रोड इंफेक्शन का इलाज कराने पहुंच रहे हैं। वायरल फीवर के साथ मुंह, हाथ और पैरों में छाले की समस्या लेकर भी पेशेंट अस्पताल आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल और क्लीनिकों में वायरल फीवर के मरीजों की लंबी कतार देखी जा सकती है।
संक्रमण का खतरा, बरतें सावधानी
मौसम में आई ठंडक की वजह से लगभग हर दूसरे घर में मौसमी बीमारियों के पेशेंट हैं। लोग सर्दी-खांसी और बदन दर्द के साथ तेज बुखार की समस्या से जूझ रहे हंै। यदि परिवार का एक सदस्य बीमार हो रहा था तो उसके संपर्क में आने से परिवार के अन्य सदस्य भी वायरल की चपेट में आ रहे हैं। वायरल होने पर संक्रमण का खतरा अधिक होता है, इसीलिए सावधानी जरूर बरतें।
लगभग एक सप्ताह तक वायरल का असर
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्षवर्धन कुड़ापे ने बताया कि बच्चों में बुखार के साथ कई तरह की समस्याएं मिल रही हैं। सामान्य रूप से दो या तीन दिन में वायरल का असर खत्म हो जाता था। अभी मरीजों को स्वस्थ होने में एक सप्ताह का समय लग रहा है। लगातार बुखार की स्थिति बने रहने पर चिकित्सकीय इलाज लेकर ही दवाएं दें।
वायरल से बचाव के लिए बरतें सावधानी
> बीमारी से बचने मास्क का उपयोग करें।
> खांसते-छींकते वक्त मुंह-नाक पर रूमाल रखें।
> भीड़भाड़ वाले इलाके और बाजार में जाने से बचें।
> वायरल पीडि़त को अलग कमरे में आइसोलेट करें।
> बाजार की खुली खाद्य सामग्रियों का सेवन न करें।
> ताजा और हल्का भोजन करें।
जिला अस्पताल की ओपीडी की स्थिति
तारीख - ओपीडी 19 अक्टूबर - 841
20 अक्टूबर - 817
21 अक्टूबर - 797
22 अक्टूबर - 549
23 अक्टूबर - 132
24 अक्टूबर - 154
25 अक्टूबर - 193
26 अक्टूबर - 654