तालाबों पर अतिक्रमण बढ़ने से जलसंकट
गड़चिरोली तालाबों पर अतिक्रमण बढ़ने से जलसंकट
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले के करीब 227 माजी मालगुजारी तालाब अितक्रमण के चपेट में होने से तालाब का सिंचाई क्षेत्र कम हो रहा है। जिसके कारण किसान वर्ग समेत गांव के नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे अितक्रमित तालाबों का अतिक्रमण हटाने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है। सिंचाई विभाग के अंतर्गत माजी मालगुजारी तालाबों का समावेश है। अनेक बार तालाबों के गहराईकरण के लिए महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार योजना व अन्य योजनाओं के माध्यम से कार्य किया जाता है। इससे सिंचाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी की जाती है। किंतु मामा तालाब के समीपस्थ किसान व नागरिकों ने अितक्रमण कर जगह हड़पने का काम शुरू कर दिया है।
गत कुछ वर्षो से प्रशासन द्वारा इस ओर अनदेखी की जा रही है। जिससे मामा तालाब अितक्रमण की चपेट में आ गये हंै। इस संबंध में भूमि अभिलेख कार्यालय द्वारा किये गये प्राथमिक सर्वेक्षण में जिले करीब 227 मामा तालाब अितक्रमण की चपेट़ में होने की बात उजागर हुई है। कुछ वर्ष पूर्व सरकार ने एक परिपत्रक जारी कर सरकारी जमीन पर मालिकाना फलक लगाने तथा संभव होने पर संरक्षण दीवार निर्माण करने का निर्देश जारी किया गया था। किंतु इस परिपत्रक पर अमल नहीं किया गया। जिसका खामियाजा जिले के सैकड़ों मामा तालाब अितक्रमण के चपेट में आ गये है। जिससे संबंधित विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर तालाब परिसर में किए गये अितक्रमण को हटाने की मांग किसानों द्वारा की जा रही है।