ग्रामीणों ने बंद कराया अरबिंदो रियल्टी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का काम
बेलोरा की कंपनी को ग्रामीणों ने रोका ग्रामीणों ने बंद कराया अरबिंदो रियल्टी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का काम
डिजिटल डेस्क, भद्रावती (चंद्रपुर)। अरबिंदो रियल्टी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी भद्रावती तहसील के बेलोरा गांव में कोयला उत्खनन शुरू कर रही है। इसके लिए कंपनी ने ग्रामीणों की समस्याओं व पुनर्वास व मुआवजा की घोषणा किए बिना ही काम शुरू कर दिया। इसलिए 27 फरवरी को ग्रामीणों ने कंपनी का काम बंद करा दिया। इस वजह से तनाव की स्थिति निर्माण हो गई। जेना निवासी पूजा पिंपलकर नामक महिला ने कंपनी अधिकारी आकाश वानखेडे के खिलाफ धक्का मुक्की की रिपोर्ट दर्ज करायी है।
भद्रावती से सटे बेलोरा के 11 गांव की 936 एकड़ जमीन अरबिंदो रियल्टी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी अधिग्रहित कर रही है। इसके लिए कंपनी ने बेलोरा में कुछ जमीन पर कार्यालय निर्माण कार्य शुरू कर दिया। इस संबंध में उपविभागीय अधिकारी के समक्ष दो बार जनसुनवाई हुई किंतु कोई हल नहीं निकला है। इसलिए बेलोरा, टाकली, जेना, पानवड़ाला जैसे महत्वपूर्ण गांवों के सरपंचों ने सोमवार की सुबह इस कंपनी का काम बंद करवा दिया। कंपनी के दूसरे जीएम सिंह ने कंपनी की ओर से कंपनी का प्रतिनिधित्व करने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों ने जब तक गांव का पुनर्वास और 50 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा न मिल जाए।
काम न करने देने की चेतावनी दी। इस समय कंपनी की ओर से अधिकारी वानखेड़े ने बॉडीगार्ड लाकर जबरन काम करने का प्रयास किया। यह देखकर कुछ ग्रामीणों ने हाथ पकड़कर काम बंद करा दिया। स्थिति तनावपूर्ण होते देख कंपनी के जीएम सिंह और अधिकारी आकाश वानखेडे पुलिस की मदद से भाग निकले। एनसीपी के तहसील प्रमुख सुधाकर रोहनकर के सहयोग से कंपनी और ग्रामीणों के बीच सुलह करायी गयी। जेना निवासी पूजा पिंपलकर ने अधिकारी आकाश वानखेड़े के खिलाफ धक्का मुक्की की रिपोर्ट दर्ज करायी है इस आधार पर भद्रावती पुलिस ने वानखेड़े के खिलाफ धारा 504, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। ग्रामीणों के इस आंदोलन में एनसीपी के तहसील प्रमुख सुधाकर रोहनकर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण बेलोरा सरपंच संगीता डेहरकर के साथ मौजूद रहे।