कृषि विभाग की सतर्कता से खुली बीमा कंपनी की हेराफेरी की पोल
चंद्रपुर कृषि विभाग की सतर्कता से खुली बीमा कंपनी की हेराफेरी की पोल
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। प्राकृतिक आपदा और सीजन के प्रतिकूल परिस्थिति में नुकसान हुए फसलों के पंचनामा के दौरान बीमा कंपनी की हेराफेरी कृषि विभाग की नजरों में आ गई है। यह हेराफेरी सामने आने पर जिलाधीश विनय गौड़ा ने समीक्षा बैठक लेकर तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। जिले में अब तक 6 तहसील के 1111 पंचनामा में अंतर पाया गया है। जिसमें सबसे अधिक वरोरा तहसील के 822, चिमूर के 162, पोंभुर्णा 60, गोंडपिपरी 37, चंद्रपुर 25 और सावली तहसील के 5 पंचनामों का समावेश है। कुछ तहसीलों की रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है इसलिए वे तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अन्य तहसीलों की रिपोर्ट अधूरी है तो फिर भी तहसील कृषि अधिकारी से जानकारी लेने के निर्देश जिलाधीश ने दिए हैं। जिलाधीश कार्यालय में आयोजित बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक रिना जनबंधु, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी भाऊसाहब बरहाटे, जिला अग्रणी बैंक व्यवस्थापक प्रशांत धोंगडे, तहसीलों के तहसीलदार, तहसील कृषि अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग से शामिल थे। कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी और बीमा कंपनी प्रतिनिधि संबंधित किसानों के सामने फसल का पंचनामा करते है किंतु बीमा कंपनी ने किसानों के सामने किए पंचनामे में हेराफेरी करने की जानकारी सामने आई है। इसमें मूल पंचनामा में काटछाट, बनावटी हस्ताक्षर, आंकड़ों में अंतर, अलग मोहर, बनावटी जेराक्स कुछ तहसील में पाए गए हंै। इस ओर जिलाधीश का ध्यान आकृष्ट किए जाने पर कृषि विभाग के अधिकारी और बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ जिलाधीश ने बैठक ली। पंचनामा के आंकड़ों में अंतर, काटछाट, वाइटनर लगाकर ओवरलाइट, वास्ताविक आंकड़ों की जानकारी इकट्ठा कर तहसील कृषि अधिकारियों को तत्काल जिला मुख्यालय को प्रस्तुत करने के निर्देश जिलाधीश ने दिए हंै।