महाराष्ट्र: अब 12 वीं कक्षा में फेल नहीं होगा कोई छात्र, उद्वव सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला

महाराष्ट्र: अब 12 वीं कक्षा में फेल नहीं होगा कोई छात्र, उद्वव सरकार ने लिया ये बड़ा फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-22 08:52 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की उद्वव ठाकरे सरकार ने छात्रों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के बाद अब बारहवीं (12th class) कक्षा में पढ़ने वाला कोई भी छात्र फेल (fail) नहीं होगा। दरअसल महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग ने दसवीं के बाद बारहवीं के रिजल्ट से भी फेल मतलब अनुर्तीर्ण शब्द को हटाने का निर्णय लिया है। 

शिक्षा विभाग के इस निर्णय को लेकर शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना (saamna editorial) की संपदकीय में "दिलासा" नाम से शीर्षक देकर लिखा, बारहवीं के बाद छात्रों और अभिभावकों को दिलासा देने वाला यह निर्णय है। शिक्षा और पढ़ाई में थोड़ा बहुत पीछे होना कलंक नहीं हो सकता है। 

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सामना में लिखा, बारहवीं की परीक्षा में कुछ अंक कम पाने वाले छात्रों के रिजल्ट में अनुत्तीर्ण लिखने से क्या हासिल होता है ? सामना के मुताबिक पढ़ाई में कमजोर छात्रों के रिजल्ट में अनुत्तीर्ण शब्द एक तरह से छात्रों के लिए मानहानिकारक ही था।

सामना में लिखा, अन्य छात्रों की तुलना में कम अंक मिले इसलिए कुछ छात्रों को माथे पर फेल लिखने का अधिकार शिक्षा व्यवस्था को नहीं है।  इसलिए सरकार ने एक अच्छा कदम उठाया और शिक्षा विभाग ने छात्रों के सिर पर लगा फेल का दाग हमेशा के लिए मिटा दिया है।

सामना में लिखा, 4 दिन पहले ही महाराष्ट्र में बारहवीं की परीक्षा शुरू हुई है। 18 फरवरी से 18 मार्च तक चलने वाली इस परीक्षा के लिए राज्यभर से लगभग 15 लाख विद्यार्थी परीक्षा में बैठ रहे हैं। ऐसे में  फेल शब्द रिजल्ट से हटाने के चलते छात्रों पर पड़ने वाला भार जरूर कम हुआ है। 

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