महाराष्ट्र: छह किसानों ने की खुदकुशी, जांच में जुटी पुलिस
महाराष्ट्र: छह किसानों ने की खुदकुशी, जांच में जुटी पुलिस
- कर्ज न मिलने के कारण बुजुर्ग किसान ने की खुदकुशी
- युवा किसान ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
डिजिटल डेस्क, वर्धा / यवतमाल/ अमरावती। कर्ज, बुवाई के लिए पैसों का अभाव और बारिश की अनियमितता से उपजी समस्याओं से हताश होकर पिछले 36 घंटों में वर्धा, यवतमाल चंद्रपुर और अमरावती जिले के छह किसानों ने खुदकुशी कर ली। वर्धा के समुद्रपुर तहसील के किसान हर्षल चंद्रकांत देवतले (19) ने सोमवार शाम तबेले में फांसी लगा ली। 6 एकड़ खेती का मालिक देवतले पिता द्वारा लिए गए कर्ज और हाल ही में बारिश से फसल नष्ट होने से निराश था। वर्धा के ही वडनेर में रविवार शाम प्रसेनजित उद्धव भगत (35) ने कर्ज, फसल की बर्बादी से तंग आकर बांध में कूदकर जान दे दी। यवतमाल जिले में भी किसान आत्महत्या के दो मामले सामने आए।
तहसील के जांब में सोमवार सुबह रामसिंग जगु जाधव (65) ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बुवाई के लिए रुपए न होने के कारण यह कदम उठाया। यवतमाल की ही बाभुलगांव तहसील अंतर्गत ग्राम नांदुरा खुर्द निवासी किसान प्रफुल गोटे (38) ने रविवार रात खेत में ही फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। चंद्रपुर जिले के गोंडपिपरी निवासी किसान तुलसीराम तिवाड़े (43) ने चार्मोशी तहसील अंतर्गत ग्राम कढोली स्थित अपनी ससुराल में कीटनाशक पीकर खुदकुशी कर ली।
खेत में लगाई फांसी
दर्यापुर तहसील के भवानीवेश में भी एक किसान ने कर्ज से तंग आकर फांसी लगा ली। बलिराम दत्तूजी खंडारे (46) के नाम मात्र दो एकड़ खेती है और इस पर उसने कर्ज ले रखा था। रविवार रात उसने खेत में जाकर फांसी लगा ली।