विश्व आदिवासी दिवस के दो दिन बाद मप्र के विदिशा में आदिवासियों पर चली पुलिस की गोली, एक की मौत, जयस ने शिवराज सरकार पर लगाया आदिवासियों की अनदेखी का आरोप
मध्य प्रदेश विश्व आदिवासी दिवस के दो दिन बाद मप्र के विदिशा में आदिवासियों पर चली पुलिस की गोली, एक की मौत, जयस ने शिवराज सरकार पर लगाया आदिवासियों की अनदेखी का आरोप
- जयस ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व आदिवासी दिवस के दो दिन बाद ही मध्यप्रदेश के जिला विदिशा में पुलिस अमले ने आदिवासियों पर गोली चला दी। जिसमें एक युवा 26 वर्षीय चैनसिंह भील की मौत हो गई थी। साथ ही कई युवा साथी घायल हो गए। पूरा जीवन जंगल पर निर्भर रहने वाले इन आदिवासियों की गलती सिर्फ इतनी बतायी जा रही है कि ये जंगल से लकड़ी ले जा रहे थे। केवल इसी बात पर पुलिस ने 312 बोर से गोलीबारी की। जैसा की पुलिस ने मीडिया को सूचना दी।
अभी हाल ही में दो दिन पहले विश्व आदिवासी दिवस पूरी दुनिया में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस दिन दुनियाभर के राजनैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर के संगठनों ने आदिवासियों को उनके अधिकारों के सरंक्षण की बात कही। विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के दिन शिक्षित पढ़े लिखे लोगों ने आदिवासियों को उनके राइट्स और जल, जंगल, जमीन पर सबसे पहले प्रकृति के संरक्षककर्ता मूलनिवासी के हकों का व्याख्यान किया था।
विश्व आदिवासी दिवस पर ही जयस राष्ट्रीय संरक्षक विधायक डॉ हीरालाल अलावा ने आदिवासियों के बीच पहुंचकर आदिवासियों को उनके अधिकारों को बताने के साथ उन्हें बढ़ाने की बात कही। जयस अध्यक्ष डॉ अलावा ने भास्कर हिंदी संवाददाता से बात करते हुए कहा कि जल ,जंगल और जमीन को लेकर प्रकृतिवासी का लगातार शोषण होता रहा है। विदिशा लटेरी वन क्षेत्र में आदिवासियों पर हुए हमले को लेकर विधायक अलावा ने राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा, और कहा कि शिवराज सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है। इसके आगे जयस अध्यक्ष ने कहा आदिवासियों पर हुए हमले को लेकर विदिशा में जल्द जयस बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी।
हालांकि सरकार की ओर से गोलीबारी में मारे गए मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ 25 लाख तथा घायलों को पांच- पांच लाख रूपए देने का ऐलान किया गया है। साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान घटना को लेकर न्यायिक जांच कराने के साथ साथ अधिकारियों को सस्पैंड कराने के आदेश दिए।