नौकरी ज्वाइन करने- हवाई यात्रा से पहुंची हैदराबाद "कहानी सच्ची है" सागर के जैसीनगर, राहतगढ़ और खुरई की 11 युवतियां बनीं आत्म निर्भर!
नौकरी ज्वाइन करने- हवाई यात्रा से पहुंची हैदराबाद "कहानी सच्ची है" सागर के जैसीनगर, राहतगढ़ और खुरई की 11 युवतियां बनीं आत्म निर्भर!
डिजिटल डेस्क | सागर आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवॉय) कार्यक्रम में सागर जिले की 11 युवतियों ने आज हैदाराबाद की उर्जा प्रबंधन सामग्री निर्माता कंपनी में अपनी ज्वाइनिंग दी है। ये युवतियां ने वेयर हाउस ट्रेड में 6 माह का आवासीय प्रशिक्षण क्वॉसक्रॉप संस्था में भोपाल में प्राप्त किया था। आजीविका मिशन के माध्यम से इन ग्रामीण युवतियों का निःशुल्क प्रशिक्षण कराया गया। प्रशिक्षण पूर्ण होते ही इन युवतियों को हैदराबाद की कंपनी में प्लेसमेंट मिला परन्तु वर्तमान कोविड संकट के चलते प्लेस मेंट कंपनी ने इन्हें हवाई टिकिट देकर सुरक्षित यात्रा करवाई और इन युवतियों ने आज हैदराबाद की इस कंपनी में अपने आत्म निर्भर जीवन की शुरूआत की।
जिला कलेक्टर श्री दीपकसिंह के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के युवक-युवतियों को इस योजना के माध्यम से 3 से 6 माहों का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण कराया जाता है प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत देश की विभिन्न उत्पादक कंपनियां इन प्रशिक्षुओं का कैंपस सिलेक्शन करती हैं और नौकरी की शुरूआत कम से कम 12 से 13 हजार रूप्ये प्रतिमाह होती है। जैसीनगर के ग्राम बासा की कुमारी शिवानी कुर्मी, सोनम लड़िया, वैशाली कुर्मी, सीता कुशवाहा, रीता अहिरवार, ग्राम सेमरा गोपालमन की अंसुईया अहिरवार, खुरई के बालोद की हेमलता अहिरवार, राहतगढ़ के ग्राम रजवांस की अनीता कुशवाहा, आरती लोधी, सेमरा घाट की कुमारी चांदनी और उमरिया सेमरा की कुमारी नेहा गौंड ने आज से अपने नये जीवन की शुरूआत की है।
शिवानी ने बताया कि हवाई यात्रा का अनुभव बहुत ही रोमांचक और सुखद था कोविड प्रोटोकॉल के कारण हम सभी ने सभी सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए ये यात्रा की। हमारी सहेलियों को ये यादगार सफर होगा। डॉ. इच्छित गढ़पाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि आत्म निर्भर मप्र के अंतर्गत जिले के ग्रामीण युवक-युवतियों को इंदौर भोपाल, सागर, बण्डा, आदि स्थानों पर कौशल प्रशिक्षण की सुविधा है।
जहां इनकी काउंसलिंग कर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है। प्रशिक्षण उपरांत वे प्लेसमेंट में जाकर आत्म निर्भर बनते हैं। जिले के 250 से अधिक प्रशिक्षुओं ने बीते वित्तीय वर्ष में प्रशिक्षण पूर्ण कर प्लेसमेंट पाया सागर के प्रशिक्षण केन्द्र में श्री गढपाले ने पूर्व में ये दल रवाना भी किये हैं। कौशल प्रशिक्षण के इस कार्यकम में 8 वीं कक्षा अथवा उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले युवक-युवतियों को प्रशिक्षण के लिए चुना जाता है इसके अलावा रोजगार मेलों के आयोजन कर सभी प्रकार के बेरोजगारों को निजी क्षेत्रों में आत्म निर्भर बनने का अवसर मिलता है।