नशा व प्रेमिका के शौक पूरा करने बन बैठे शातिर चोर
नशा व प्रेमिका के शौक पूरा करने बन बैठे शातिर चोर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नाबालिग विद्यार्थियों सहित चोरी में अलग-अलग सक्रिय तीन गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़े। दस प्रकरणों का खुलासा हुआ है। मंदिर, वाहन, पेपर विक्रेता और ज्येष्ठ नागरिक को यह गिरोह निशाना बनाता था। जिमखाना में हुई पत्रपरिषद में उपायुक्त नीलेश भरणे ने बताया है कि गिरोह के सभी युवक नशा और प्रेमिका का शौक पूरा करने के लिए चोर बने हैं।
ध्यान नहीं देने से भटके युवा
प्रकरण में लिप्त युवकों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके माता-पिता मजदूरी करते हैं। रोजी-रोटी के चक्कर में माता-पिता अपने बच्चों पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाए, जिससे गलत संगत में पड़कर युवक राह से भटक गए। फिल्म में दिखाई जाने वाली लाइफ स्टाइल जीने के लिए वह आपराधिक रास्ते पर चल पड़े। इसमें से एक नाबालिग की मां घर छोड़कर चली गई, पिता मजदूरी करता है। इसका असर पड़ने से भी नाबालिग गलत रास्ते पर चल पड़ा है। पत्रपरिषद में उपायुक्त नीलेश भरणे, सहायक उपायुक्त सुधीर नंदनवार, निरीक्षक संतोष खांडेकर मौजूद थे।
गिरोह नं. 1 : महंगी घड़ी चोरी कर प्रेमिका को दी
गिराेह नंबर एक का मुखिया अमर अशोक खरात (19) श्रीकृष्ण नगर का निवासी है। अपने दो नाबालिग साथियों की मदद से वह चाेरी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता था। गिराेह का कोडवर्ड पेट्रोलिंग था। जिस रात गिरोह वारदात को अंजाम देता था, उस समय गिरोह का मुखिया अमर उन्हें "पेट्रोलिंग पर चलना है" कहता था। इसके बाद रात दो बजे वे एक ही मोटरसाइकिल पर घटना को अंजाम देने निकल पड़ते थे। शुरुआती दौर में उन्होंने वाहनों से पेट्रोल चोरी करने का काम किया। उसके बाद प्रतापनगर थाना क्षेत्र में प्रेमी युगल सहित मां-बेटी का बैग लूट, हालांकि बैग में 150 रुपए ही थे। इस बीच आधा दर्जन से भी अधिक पेपर विक्रेताओं को भी निशाना बनाया।
पेपर विक्रेता तड़के पेपर लेने के लिए घर से निकलते हैं। उस समय सड़क पर चहल-पहल नहीं होती है। सूनसान स्थान देखकर पेपर विक्रेता और सुबह की सैर पर निकले ज्येष्ठ नागरिकों को भी लूटते थे। पेपर विक्रेताओं का शिष्टमंडल पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय से इन मामलों के लिए मिला भी था। उन्होंने अपराध शाखा के उपायुक्त नीलेश भरणे को बढ़ती वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए कहा था। सीसीटीवी फूटेज की मदद से पुलिस ने प्रकरणों में सक्रिय रहे युवकों को धर दबोचा। गराेह के मुखिया अमर ने एक वारदात में महंगी घड़ी चोरी की, जो उसने अपनी प्रेमिका को दी थी।
गिरोह नं. 2 : नाबालिग सदस्य ज्यादा
गिरोह नंबर दो में सबसे ज्यादा नाबालिग युवक हैं, जो विविध स्कूल-काॅलेज में अध्ययनरत हैं। इस गिरोह के निशाने पर ज्यादातर मंदिर रहते थे। गिरोह के कुछ सदस्य मंदिर के बाहर पहरा देते थे, जबकि कुछ लोग मंदिर के भीतर जाकर दानपेटी उठा ले आते थे। इस तरह से गिरोह ने अब तक आधा दर्जन मंदिरों को निशाना बनाया है। इस गिरोह के सदस्यों को भी नशे का शौक है। लिहाजा महंगी सिगरेट, खर्रा, शराब आदि का शौक पूरा करने और प्रेमिका को महंगे तोहफे देने के लिए यह चोरी करते थे। इसके अलावा यह लोग वाहन चोरी में भी लिप्त रहे हैं।
गिरोह नं. 3 : सभी एक दूसरे से परिचित
तीसरा गिरोह वाहन चोरी और अन्य लूटपाट की घटनाओं में लिप्त रहा है। इसका मुखिया मिलिंद प्रेम हिरानी (19) श्रीनगर, मानेवाड़ा रोड निवासी है। यह गिरोह भी उपरोक्त गिरोह की तरह ही वारदातों को अंजाम देता रहा है। तीनों गिरोह में नौ नाबालिग सदस्य हैं। यह सभी एक दूसरे को परिचित थे। जिन्होंने अब तक कुल दस आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है। नंदनवन, बेलतरोड़ी, प्रताप नगर, कोतवाली, धंतोली, सक्करदरा, कुही और बुटीबोरी में भी प्रकरण दर्ज है। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नौ नाबालिगों को हिरासत में लिया है। उन्हें अदालत में पेश किया गया था।