फिर जंगली हाथियों ने उजाड़े चार मकान, मालेवाड़ा क्षेत्र में छायी दहशत

पूरी रात जागते रहे ग्रामीण  फिर जंगली हाथियों ने उजाड़े चार मकान, मालेवाड़ा क्षेत्र में छायी दहशत

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-09 09:19 GMT
फिर जंगली हाथियों ने उजाड़े चार मकान, मालेवाड़ा क्षेत्र में छायी दहशत

डिजिटल डेस्क,कुरखेड़ा (गड़चिरोली)।  ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुआ जंगली हाथियों का झंुड डेढ़ माह बाद एक बार फिर उपद्रव मचाने लगा है। पिछले दो दिनों से झुंड के हाथियों ने तहसील के मालेवाड़ा क्षेत्र के गांवों में उधम मचाए रखा है। सोमवार की रात हाथियों ने क्षेत्र के गांगसायटोला गांव पहुंचकर कुल 4 बड़े मकानों को धराशाही कर दिया। घटना में किसी ग्रामीण को चोटें नहीं आयी। लेकिन लोगों में एक बार फिर दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। घटना की गंभीरता को देख बुधवार को देसाईगंज वनविभाग के उपवनसंरक्षक धर्मवीर सालविट्‌ठल और उनकी टीम ने नुकसानग्रस्त गांवों की स्थिति का जायजा लिया। 

बता दें कि, गत अक्टूबर माह में ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली में दाखिल हुए हाथियों के इस झंंुड ने कोरची तहसील में प्रवेश किया था, जिसके बाद धानोरा तहसील के मुरूमगांव वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले गांवों में जमकर उपद्रव मचाया। धान की फसलों को तबाह करने के साथ-साथ पक्के मकानों और ईंट भटि्ठयों को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया। धानोरा के बाद वापस कोरची, कुरखेड़ा, आरमोरी और देसाईगंज तहसील में भी हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया।  पिछले डेढ़ माह से हाथियों का यह झुंड पूरी तरह शांत था। हाथियों पर निगरानी करने के लिए गठित टीम को भी हाथी नहीं दिखायी दे रहे थे। लग रहा था कि, हाथियों का यह झुंड वापस लौट गया होगा। लेकिन सोमवार की रात इन्हीं हाथियों की हरकत एक बार फिर सामने आयी है। कुरखेड़ा तहसील के मालेवाड़ा क्षेत्र अंतर्गत कुमूडपार, गांगसायटोला परिसर में हाथियों के इस झुंड को देखा गया है। 
रविवार और सोमवार की रात को हाथियों ने गांगसायटोला निवासी चिंतामण देवराव मडावी, देवराव रामसिंह मडावी और दुर्गासाय इतवारी पोटावी के मकानों को ध्वस्त कर दिया। गांव के कुल चार पक्के मकानों को हाथियों ने क्षतिग्रस्त करने के कारण ग्रामीण पूरी तरह दहशत में है। 

पूरी रात गांगसायटोला और कुमूड़पार के नागरिकों ने जागकर काटी। घटना की गंभीरता को देखते हुए बुधवार को उप वनसंरक्षक सालविट्‌ठल, सहायक वनसंरक्षक चव्हाण, मालेवाड़ा के वन परिक्षेत्र अधिकारी ढोणे, वनरक्षक भानारकर, आतला, गोटा, कोरेत आदि वन कर्मचारियों ने घटनास्थल को भेंट देकर पंचनामा किया। गांगसायटोला के नागरिकों को वनविभाग ने सतर्कता बरतने की अपील की है। साथ ही हाथियों का झंुड दिखायी देने पर वनविभाग से तत्काल संपर्क करने की सूचना भी दी है।  बता दें कि, लंबे अरसे बाद जंगली हाथियों का झुंड एक बार फिर उपद्रवी हो जाने से वनविभाग भी अब सकते में आ गया है। देसाईगंज वनविभाग ने युद्धस्तर पर एक टीम का गठन कर हाथियों के झुंड पर अपनी पैनी नजर रखने का निर्णय लिया है। 
 

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