मनुष्य की अभिलाषाओं की आपूर्ति ही उसके दुखों का कारण है: सचिन शास्त्री
पवई मनुष्य की अभिलाषाओं की आपूर्ति ही उसके दुखों का कारण है: सचिन शास्त्री
डिजिटल डेस्क पवई नि.प्र.। पवई जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम बिरसिंहपुर स्थित श्री सर्वेश्वर नाथ मंदिर में जगदगुरु वेदांती जी महाराज के शिष्य सचिन शास्त्री द्वारा पंचम दिवस की कथा सुनाते हुए बताया कि बाह्य जगत के वस्तु पदार्थ अस्थिर और अतृप्ति कारक हैं। इन नश्वर और अपूर्ण वस्तु पदार्थों में आसक्ति ही दु:ख का मूल कारण है। सुख का मूल स्रोत परमात्मा है और वह हमारे अंतस में ही विद्यमान है यह आत्मानुभुति ही मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य है। आत्मानुभुति आत्म-दर्शन से ही होगी। आत्मानुभुति में विषयानुभूति के लिए अवकाश नहीं है। उसी तरह जो विषयानुभूति ले रहा है वह स्वानुभूति से वंचित रहेगा तथा जो स्वानुभूति ले रहा है वह विषयानुभूति से वंचित रहेगा। जो दोनों को एक साथ लेने का प्रयास कर रहा है। वह कहीं का आनन्द नहीं ले पाता दोनों से वंचित रह जाता है। श्री सर्वेश्वर नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष रावेंद्र सिंह परिहार बड़े राजा द्वारा श्रद्धालुओं से कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धर्म लाभ उठाने की अपील की है।