छात्रा ने मुख्यमंत्री बघेल से पूछा फिटनेस का राज, जवाब मिला – किसानी, योगा और तैराकी

छत्तीसगढ़ छात्रा ने मुख्यमंत्री बघेल से पूछा फिटनेस का राज, जवाब मिला – किसानी, योगा और तैराकी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-04 10:51 GMT
छात्रा ने मुख्यमंत्री बघेल से पूछा फिटनेस का राज, जवाब मिला – किसानी, योगा और तैराकी
हाईलाइट
  • बच्चों ने मुख्यमंत्री से पूछे चुटीले और रोचक सवाल 

डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल का आज से प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात अभियान शुरू हुआ। भेंट-मुलाकात अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री  बघेल ने छत्तीसगढ़ के उत्तरी जिले बलरामपुर से की। इस दौरान बलरामपुर जिले के कुसमी पहुंचे मुख्यमंत्री स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों से रूबरू हुए। उन्होंने बच्चों से उनका नाम और कक्षा पूछते हुए पढ़ाई को लेकर बातचीत की। स्कूली बच्चों से आत्मीयतापूर्ण बातचीत करते मुख्यमंत्री को देख एक छात्रा वर्षा ने भी उत्सकुता दिखाई और उनसे फिटनेस का राज पूछ लिया। मुख्यमंत्री  बघेल ने भी बड़ी सहजता से छात्रा की उत्सुकता का जवाब दिया। उन्होंने अपने फिटनेस मंत्रा को शेयर करते हुए बताया कि किसानी, योगा और तैराकी की वजह से यह संभव हो पाया है। मुख्यमंत्री ने बच्चों को भी फिटनेस टिप्स देते हुए रोजाना योगा और व्यायाम करने की सलाह दी। स्कूल के अन्य बच्चों ने भी कई चुटीले और रोचक सवाल मुख्यमंत्री से पूछे, जिनका जवाब भी उन्हें मिला। 

एक सवाल का जवाब मिलने के बाद छात्रा वर्षा ने दूसरा सवाल किया कि ‘आप बचपन से ही चीफ मिनिस्टर बनना चाहते थे या कुछ और करना चाहते थे?’, इस पर  बघेल ने कहा कि, वे एक अच्छा किसान बनना चाहते थे लेकिन किसानी के साथ क्षेत्र में जनसेवा के कार्यों से जुड़े रहे और जनसेवा करते हुए मुख्यमंत्री बन गए। स्वामी आत्मानंद स्कूल की छात्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री  बघेल की सक्रियता को लेकर मीडिया में खबरें पढ़ने को मिलती हैं। छात्रा ने कहा कि उन्हें पता चला कि मुख्यमंत्री  बघेल लगातार प्रशासनिक कामकाज के साथ ही जनता के बीच पहुंचते रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री से मिलने का मौका मिला तो छात्रा ने अपनी जिज्ञासा को पूछ लिया। अपने सवाल का सहजता से जवाब मिलने पर छात्रा उत्साहित और प्रफुल्लित भी नजर आयी। 

इसी तरह दूसरे छात्र ने पूछा कि ‘हमारी पर्सनॉलिटी आपकी तरह कैसी बन सकती है?’, इस पर मुख्यमंत्री ने पलटकर जवाब दिया कि ‘अच्छा पढ़ते रहें, बड़े-बुजुर्ग की सीख पर अमल करें। हमेशा नया जानने-सीखने की कोशिश जारी रखें। शारीरिक श्रम करेंगे तो मानसिक रूप से भी मजबूत बनेंगे।’ दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद स्कूल में दाखिला लेने को लेकर छात्र-छात्राओं से सवाल किया तो बच्चों ने बताया कि स्वामी आत्मानंद स्कूल में उन्हें बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ पढ़ाई के लिए अच्छे शिक्षक, बेहतर वातावरण, संसाधन मिल रहा है। स्कूली बच्चों से बातचीत के बाद उनके कौतुहल और उत्सुकता को भांपते हुए मुख्यमंत्री  बघेल ने बच्चों के साथ तस्वीरें भी खिंचाई। 

मुख्यमंत्री ने स्कूल में मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्कूल के कम्प्यूटर लैब, फिजिक्स लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान प्राचार्य और शिक्षकों से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा कि, स्वामी आत्मानंद स्कूल की जो अच्छी छवि बनी है, वह आप सभी के प्रयासों का परिणाम है। शासन की मंशा प्रदेश के सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की है, इस काम में शिक्षक महती भूमिका निभा रहे हैं।

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