कोरोना संक्रमण की दर कम हुई है लेकिन लापरवाही नहीं बरतनी है- मुख्यमंत्री जिले में कोविड नियंत्रण हेतु किए जा रहे प्रयासों की मुख्यमंत्री ने की सराहना!
कोरोना संक्रमण की दर कम हुई है लेकिन लापरवाही नहीं बरतनी है- मुख्यमंत्री जिले में कोविड नियंत्रण हेतु किए जा रहे प्रयासों की मुख्यमंत्री ने की सराहना!
डिजिटल डेस्क | रायसेन प्रदेश के साथ-साथ रायसेन जिले में भी कोरोना के प्रकरणों में तेजी से गिरावट आ रही है। प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 2.5% के आसपास है और रायसेन जिले में तो पॉजीटिविटी रेट 01% के आसपास है। रिकवर होने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। एक दौर ऐसा था जब रायसेन में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा था लेकिन संकट के समय सभी धैर्य से मैदान में डटे रहे, जिसके सुखद परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में आयोजित डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिले में जिस प्रकार कोरोना संक्रमण दर में कमी आ रही है, उसके लिए जिला प्रशासन और नागरिक बधाई के पात्र है। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू लागू करने के परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण दर में लगातार कमी आई है। संक्रमण को नियंत्रित करने में जनता का जनता के लिए जनता द्वारा मॉडल प्रदेश की अलग पहचान बना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए ग्राम, वार्ड, शहर, ब्लॉक और जिला स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप गठित किए गए, जिससे संक्रमण की रोकथाम में मदद मिली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रायसेन में कोरोना संक्रमण का पॉजिटिविटी रेट एक प्रतिशत के आसपास है। लेकिन अभी भी बेहद सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, अगर थोड़ी भी ढिलाई हुई तो यह फिर बढ़ जाएगा। रायसेन में टेस्टिंग लगातार जारी रहे। एक भी नया केस आने पर मरीज को तुरंत इलाज शुरू करके कोविड केयर सेंटर में भेजें जिससे संक्रमण को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टेस्टिंग के बाद कान्टैक्ट ट्रैसिंग करें, जिससे पाजि़टिव व्यक्ति से मिलने वालों को ढूंढा जा सके और उनका भी टेस्ट करके यथोचित सहायता उपलब्ध करवाना है। किल कोरोना अभियान चलता रहेगा, गाँव-गाँव टीम पूछती रहेगी, टेस्टिंग करेगी, दवाई उपलब्ध कराएगी। कोरोना को समय से पकड़ना है, संक्रमण को बढ़ने नहीं देना है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, सिलवानी विधायक श्री रामपाल सिंह, भोजपुर विधायक श्री सुरेन्द्र पटवा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता किरार, संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत, आईजी श्री जीएस कुशवाह, कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका शुक्ला, अपर कलेक्टर श्री अनिल डामोर, सीएमएचओ डॉ दिनेश खत्री सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति की दी जानकारी बैठक में कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं कोरोना नियंत्रण हेतु किए जा रहे प्रयासों की प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिले में अब तक कुल 9062 पॉजीटिव मरीज मिले हैं जिनमें से 8478 मरीज उपचार उपरांत स्वस्थ्य हो गए हैं। जिले में 27 मई को 1294 सेम्पल लिए गए थे जिनमें से 14 पॉजीटिव मिले हैं। जिले की 404 ग्राम पंचायतें कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। जिले में चार ग्राम पंचायतों में पॉच या पॉच से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज है तथा 86 ग्राम पंचायतों में एक से चार कोरोना संक्रमित मरीज हैं। जिले में कुल 182 वार्डो में से 153 वार्ड कोरोना मुक्त इसी प्रकार जिले के सभी नगरीय निकायों के कुल 182 वार्डो में से 153 वार्ड कोरोना मुक्त है। इनके अतिरिक्त कुल आठ वार्डो में पॉच या पॉच से अधिक संक्रमित मरीज हैं तथा 21 वार्डो में एक से चार तक कोरोना संक्रमित मरीज हैं।
कलेक्टर श्री भार्गव ने बताया कि जिले में किल कोरोना अभियान के तहत डोर टू डोर जाकर हर दिन हर घर का सर्वे किया जा रहा है। जिससे कोरोना संदिग्ध एवं संक्रमित व्यक्ति की प्रारंभिक अवस्था में ही पहचान होने से तुरंत उपचार प्रारंभ हो जाता है। जिला चिकित्सालय सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया गया है। जिले में अब तक 121120 लोगों को लगाई गई वैक्सीन वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 121120 लोगों को कोविड वैक्सीन का फर्स्ट डोज लग गया है तथा 21046 लोगों को सेकेण्ड डोज लग गया है। जिले में 18 से 44 वर्ष तक की आयु के 15891 लोगों को कोविड वैक्सीन का फर्स्ट डोज लग गया है। इसी प्रकार 45 से 60 वर्ष तक की आयु के 52005 लोगों को फर्स्ट डोज तथा 4832 लोगों को सेकण्ड डोज लग गया है। जिले में 60 वर्ष से अधिक आयु के 41864 लोगों को फर्स्ट डोज एवं 9048 लोगों को सेकेण्ड डोज लग गए हैं।