बाढ़ के बीच से गर्भवती को अस्पताल पहुंचाया
संत गाड़गेबाबा आपात दल ने उठाया बीड़ा बाढ़ के बीच से गर्भवती को अस्पताल पहुंचाया
डिजिटल डेस्क, अकोला। मूर्तिजापुर तहसील के अंतर्गत आनेवाले ग्राम पोही निवासी अंकुश मूले की 28 वर्षीय पत्नी पायल को प्रसव पीड़ा होने लगी। किंतु बीच में पड़नेवाली तापकली नदी एवं पोही माना मार्ग पर स्थित उमा नदी में बाढ़ आने से दोनों रास्तों पर पुल के ऊपर 5 फीट सेअधिक पानी बह रहा था। ऐसे हालात के बीच प्रसव पीड़ा से कराह रही पत्नी को प्रसूति के लिए अस्पताल कैसे लेकर जाएं ऐसा सवाल सभी के सामने खड़ा था। कोई विकल्प न दिखाई देने से निवासी उपजिलाधिकारी प्रा.डा.संजय खडसे को सूचना दी गई।आरडीसी ने तत्काल इसकी जानकारी पिंजर के मानवसेवा आपदा व्यवस्थापन फाउंडेशन के संत गाड़गेबाबा आपात दल को दी। जिससे रात 11 बजे आपात दल ने बाढ़ के बीच से महिला को निकालकर अस्पताल पहुंचाया। समय रहते अस्पताल पहुंचने से महिला को उचित उपचार मिलने से उसने शुक्रवार को बेटे को जन्म दिया।
यह रहा घटनाक्रम
मूर्तिजापुर तहसील के ग्राम पोही निवासी पायल अंकुश मूले को प्रसूति के लिए मूर्तिजापुर ले जाने का प्रयास किया, किंतु लगातार हो रही बारिश के कारण पोही-माना इस मार्ग पर उमा नदी तथा पोही-मूर्तिजापुर मार्ग पर तापकाला नदी में बाढ़ आने से दोनों रास्तो पर पड़नेवाले पुल के उपर से बाढ़ का पानी बहने से दोनों रास्ते बंद हो गए थे।आरडीसी संजय खडसे, एसडीओ अभयसिंह मोहिते की सूचना पर पिंजर के संत गाड़गेबाबा दल प्रमुख दीपक सदाफले अपनी एम्बुलेन्स व सामग्री के साथ अपने सहयोगी ज्ञानेश्वर म्हसाए, शरद महल्ले, अंकुश सदाफले, मयूर सालेदार, सागर आटेकर, सूरज ठाकुर, धीरज राऊत, महेश साबले, महेश वानखडे के साथ मौके पर पहुंचे। तथा 200 फीट लम्बे पुल को पार कर रात में उन्होंने कंधे पर चारपाई लादकर महिला को सकुशल बाढ़ से बाहर एम्बुलेन्स तक पहुंचाया। इस दौरान पोही के सरपंच किशोर नाईक, पटवारी माकोडे, कुरणखेड़ का वंदेमातरम् दल उपस्थित रहा। शुक्रवार को महिला ने पुत्र को जन्म दिया।