अनेक गांवों के पथदीपों की बिजली कटी, गुस्साए सैकड़ों सरपंच पहुंचे जिप

चंद्रपुर अनेक गांवों के पथदीपों की बिजली कटी, गुस्साए सैकड़ों सरपंच पहुंचे जिप

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-28 10:25 GMT
अनेक गांवों के पथदीपों की बिजली कटी, गुस्साए सैकड़ों सरपंच पहुंचे जिप

डिजिटल डेस्क,  चंद्रपुर। अनेक गांवों के पथदीपों के बिजली बिल बकाया होने के कारण महावितरण ने बिजली कनेक्शन काटने का सिलसिला शुरू किया है। बिजली काटने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे अनेक गांवों में तीव्र रोष पनप रहा है। यही जानकारी देने के लिए सोमवार को करीब 200 सरपंच जिला परिषद में आए थे लेकिन प्रभारी सीईओ वर्षा गौरकार ने जिला परिषद में सरंपचों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। इस कारण तनावपूर्ण स्थिति निर्माण हो गई। आखिरकार संरपचों ने जिला परिषद के सामने का मुख्य मार्ग रोककर ठिया डाल दिया। मामला गर्माता देख प्रभारी सीईओ ने नरमाई बरतते हुए प्रवेशद्वार पर आकर सरपंचों की बात सुनी। इस दरम्यान, खंडित की गई बिजली आपूर्ति पूवर्वत शुरू करवाने को लेकर महावितरण को पत्र देने का आश्वासन दिया गया। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की कुछ तहसीलों में महावितरण द्वारा बकाया बिल के लिए गांवों के पथदीपों की बिजली काटी जा रही है। कुछ दिन पूर्व वरोरा व भद्रावती तहसील के सरपंचाें ने अनशन किया था। इस बीच सांसद बालू धानोरकर ने महावितरण के अधिकारियों को चेतावनी दी और ऊर्जामंत्री ने आश्वासन देने के बाद बिजली कनेक्शन पूर्ववत हुआ था लेकिन नागभीड़, सिंदेवाही, मूल व अन्य तहसीलों में फिर से महावितरण ने यह मुहिम शुरू कर दी है। सोमवार को करीब 200 सरपंच मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास अपनी बात रखने आए थे। सरंपचों के माध्यम से पथदीपों का बिल अपने स्तर पर भरे व यह मुहिम रोके, ऐसी मांग की जानेवाली थी परंतु प्रभारी सीईओ ने सरपंचों के जिला परिषद में आने के पूर्व ही पुलिस को बुला लिया, जिससे जिला परिषद के मुख्य प्रवेशद्वार पर सरंपचों को प्रवेश नहीं दिया गया। सीईओ को मिलने का अनुरोध करने के बावजूद उन पर प्रभाव नहीं पड़ा। आखिरकार नागभीड़, सिंदेवाही व मूल तहसील के वाढोणा के सरपंच देवेंद्र गेडाम, बालापुर के सरपंच कमलाकर ठवरे, येनोली के सरपंच अमोल बावणकर, कन्हालगांव के सरपंच रमेश घुघुसकर, मिंडाला के सरपंच गणेश गड्डमवार, सावरगांव के सरपंच रवींद्र निकुरे के नेतृत्व में आए महिला व पुरुष सरंपचों ने मुख्य मार्ग रोक दिया। ऐसे में प्रभारी सीईओ को नरमाई बरतनी पड़ी। सरंपचों की  भूमिका के बाद जिला परिषद में चर्चा करने के लिए बुलाया गया परंतु सरंपचों ने प्रभारी सीईओं को मुख्य प्रवेशद्वार पर आने की शर्त रखी। आखिरकार प्रभारी सीईओ वर्षा गौरकार मुख्य प्रवेशद्वार पर आयीं व सरंपचों का निवेदन स्वीकार किया।  

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