दीपावली के हाट-बाजारों में मिट्टी के दीये बेचने वाले कुम्हार जाति वर्ग के लोगों एवं ग्रामीणों को नहीं लगेगा बाजार शुल्क!
बाजार शुल्क दीपावली के हाट-बाजारों में मिट्टी के दीये बेचने वाले कुम्हार जाति वर्ग के लोगों एवं ग्रामीणों को नहीं लगेगा बाजार शुल्क!
डिजिटल डेस्क | बैतूल दीपावली के अवसर पर कुम्हार जाति वर्ग के लोगों द्वारा एवं जिले के ग्रामीणों द्वारा मिट्टी के दीयों का निर्माण किया जाता है तथा इन्हें जिले के विभिन्न स्थानों, साप्ताहिक हाट/बाजारों में विक्रय हेतु लाया जाकर अपनी जीविकोपार्जन किया जाता है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री अमनबीर सिंह बैंस ने आदेश दिए हैं कि मिट्टी के दीये विक्रय हेतु लाने वाले कुम्हार जाति वर्ग के लोगों एवं अन्य ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसका पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाए तथा इन्हें किसी प्रकार से परेशान न किया जाए। उन्होंने आदेश में कहा है कि नगर पालिका परिषद/नगर परिषद एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इनसे किसी प्रकार के बाजार शुल्क आदि की वसूली भी नहीं की जाएगी।
साथ ही मिट्टी के दीयों के उपयोग हेतु लोगों को प्रोत्साहित भी किया जाए।