प्रेमिका को गोली मारकर प्रेमी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा - हम दोनों को जलाया न जाए, मेडिकल कॉलेज में अध्ययन के लिए साथ रखें
मध्य प्रदेश प्रेमिका को गोली मारकर प्रेमी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में लिखा - हम दोनों को जलाया न जाए, मेडिकल कॉलेज में अध्ययन के लिए साथ रखें
डिजिटल डेस्क, सतना। कोलगवां थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ नगर में प्रेमी ने प्रेमिका को गोली मारने के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। यह सनसनीखेज घटना सामने आने से हड़कंप मच गया, जिस पर पुलिस जांच में जुट गई है। घटना स्थल से कट्टा, मोबाइल और सुसाइड नोट भी जब्त किए गए हैं, जिसमें युवक ने लिखा कि हम दोनों को जलाया न जाए, मेडिकल कॉलेज में अध्ययन के लिए साथ रखें। पुलिस ने बताया कि रामसुमिरन सिंह पुत्र कमलेन्द्र सिंह निवासी बगहाई, थाना रामपुर बाघेलान ने शुक्रवार शाम को लगभग साढ़े 4 बजे डॉयल 100 पर फोन कर बताया कि उसके छोटे भाई लवकुश सिंह (23) ने साली मेनिका सिंह पुत्री सुखेन्द्र सिंह (22) निवासी बिहटा, थाना उचेहरा, ने सिद्धार्थ नगर गली नम्बर-1 में किराये के कमरे में खुदकुशी कर ली है। खबर लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। तब रामसुमिरन की मौजूदगी में दरवाजा तोड़कर पुलिसकर्मी अंदर घुसे तो युवती की लाश बिस्तर पर पड़ी थी, उसके गले में गोली लगने का निशान था। वहीं युवक छत पर लगे हुक में फंदा डालकर लटक रहा था, दोनों की सांसें थम चुकी थीं। सूचना मिलते ही सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान समेत फॉरेंसिक और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट भी घटना स्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गए। घटना स्थल को देखने के बाद पुलिस अधिकारियों ने युवती को गोली मारने के बाद युवक के खुदकुशी करने की आशंका जताई है।
युवक ने खुदकुशी से पहले भाई को किया फोन
मृतक लवकुश के तीन बड़े भाई धीरेन्द्र सिंह, भीम सिंह, रामसुमिरन सिंह और उससे छोटा राम सिंह है। खुदकुशी से लगभग आधे घंटे पहले युवक ने रामसुमिरन को फोन कर मेनिका की मौत हो जाने की जानकारी देते हुए खुदकुशी की बात कही, तो भाई ने समझाने का प्रयास किया, मगर उसने फोन रख दिया। तब रामसुमिरन ने परिजनों को एकत्र किया और निजी वाहन से आनन-फानन सिद्धार्थ नगर आ गया, लेकिन कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। तब उसने पुलिस को बुलाकर दरवाजा खुलवाया, पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
ऐसे हुई थी दोस्ती
परिजनों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि धीरेन्द्र की शादी मेनिका की बड़ी बहन प्रिया के साथ हुई थी, तभी लवकुश की जान-पहचान हो गई और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। घर वाले भी इस बात को जानते थे। दोनों शादी करना चाहते थे, मगर किसी वजह से परिजन तैयार नहीं हो रहे थे। मेनिका बीएड अंतिम वर्ष की छात्रा होने के साथ एमपी पीएससी की तैयारी कर रही थी। वह जनशिक्षण संस्थान में कार्यरत ज्ञानेन्द्र मिश्रा के मकान में दो वर्ष से किराये पर कमरा लेकर रहती थी, वहीं युवक हिमांचल प्रदेश में नौकरी करता था। वह फरवरी में बड़े भाई भीम की शादी के लिए छुट्टी पर आया था, तीन दिन पहले वापस नौकरी पर जाने की बात कहकर घर से निकला था।
सुसाइड नोट में गोलू और भाभी पर आरोप
घटना स्थल पर पुलिस को एक डायरी मिली, जिसके चार पन्नों में सुसाइड नोट लिखा गया था, जिस पर दोनों की हैंडराइटिंग पाई गई है। युवती ने जहां लिखा कि मेरे जीवन में एक ही खास व्यक्ति है और कोई भी करीबी नहीं है। काश घर वाले सपोर्ट करते तो हमें ये न करना पड़ता। उसने घर वालों के साथ गांव वालों से भी माफी मांगी है। वहीं बाकी के पन्नों में युवक ने भी सभी से माफी मांगते हुए लिखा कि गोलू और भाभी की जिद ने हम दोनों की जान ले ली। अब अच्छे से रहना। इतना ही नहीं युवक ने अपनी और मेनिका को जलाने की बजाय शरीर मेडिकल कॉलेज में अध्ययन के लिए एक साथ रखा जाए। उसने अपने फोन, एटीएम समेत फोन-पे एप का पासवर्ड भी सुसाइड नोट में लिखकर छोड़ा है।
प्रेमी ने लिखा हाथ में था कट्टा, प्रेमिका ने पकड़कर दबाया ट्रिगर!
सुसाइड नोट में लवकुश ने यह भी लिखा कि आज हम जा रहे थे, मगर मेनिका साथ जाना चाहती थी, उसने शूट करने के लिए कहा। मैंने मना किया तो पकड़कर शूट करवा ली। इस बात के अलावा पुलिस जब पहुंची तो कट्टा बिस्तर पर रखा मिला और उसकी नली युवती के चेहरे की तरफ थी, जिससे युवक की लिखी बात प्रथम दृष्टया सही लग रही थी। पुलिस ने कट्टे को कब्जे में ले लिया है तो मृत युवक का फोन भी जब्त किया है। दोनों के शव मरचुरी भेज दिए गए हैं। वहीं घटना से सदमे में आए परिजन अभी खुलकर बात करने की स्थिति में नहीं हैं। सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।