केरल के क्राइस्ट कॉलेज प्रबंधन ने रैपुरा थाना प्रभारी सहित थाना स्टॉफ को भेजे धन्यवाद पत्र
पन्ना केरल के क्राइस्ट कॉलेज प्रबंधन ने रैपुरा थाना प्रभारी सहित थाना स्टॉफ को भेजे धन्यवाद पत्र
डिजिटल डेस्क, पन्ना। बीते फरवरी माह की १८ तारीख को पन्ना जिले के रैपुरा के समीप कुआंखेडा के पास एक बस पलट गई थी। बस में केरल के इरिजलकुडा त्रिशुर डीटी के क्राइस्ट ऑटोनॉमस कालेज के छात्र-छात्रायें एवं कर्मचारी सवार थे। बस पलटने की वजह से बस में सवार ३२ छात्र-छात्रायें गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दुर्घटना की जानकारी आने के बाद रैपुरा थाना प्रभारी सुधीर बेगी के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा कर्तव्य निष्ठापूर्वक साहस का परिचय देते हुए बच्चों का सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू करने तथा पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना के निर्देशन तथा एसडीओपी पवई सौरभ रत्नाकर के निर्देशन में उनके उपचार की व्यवस्थायें करते हुए संकट में आए बच्चों तथा कर्मचारियों की मदद की गई थी। जहां बस दुर्घटना हुई थी। वहां पर रेस्क्यू आपरेशन के लिए सबसे बडी समस्या उससे ऊपर आना कठिन था तथा रात्रि होने एवं भाषा की समस्या के चलते परेशानी अधिक थी किन्तु चुनौतियां का सामना करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से बच्चों का रेस्क्यू किया और तीन एम्बूलेन्स वाहनों एवं एक निजी वाहन का उपयोग कर उनका पहले रैपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में और फिर कटनी अस्पताल में उपचार कराया गया।
उपचार के बाद वापिस पहँुचे कालेज कर्मचारियों और विद्यार्थियों द्वारा पन्ना जिले की पुलिस से मिली मानवीय मदद और जीवन सुरक्षा की विस्तृत जानकारी दी गई। जिस पर कॉलेज प्रबंधन द्वारा थाना प्रभारी रैपुरा सहित बच्चों को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू करने में लगे सभी पुलिस कर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रेषित कर आभार जताया है। कालेज प्रबंधन की ओर से भेजे गये धन्यवाद पत्र में कहा गया कि हमारा छात्र समुदाय एवं कर्मचारी थाना प्रभारी पुलिस स्टेशन रैपुरा एवं उनकी पूरी टीम के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त कर रहा है। जिनके द्वारा र्दुभाग्यपूर्ण दिन १८ फरवरी २०२३ को कॉलेज के छात्रों तथा कर्मचारियों के बचाव अभियान में पूरे दिल से अथक परिश्रम किया गया। घटना की वजह से कर्मचारी और छात्र शारीरिक और मानसिक रूप से पूरे तरह से टूट गये थे। पुलिस टीम ने जिस तरह से मदद की वह हम सभी के लिए मायने रखती है। हमारे कर्मचारियों और छात्रों की टीम के लिए स्थान, भाषा और लोग पूरी तरह से अनजान थे। आपने तुरंत कार्रवाई की और खुद को स्थिति के लिए खड़ा कर लिया अपनी वर्दी के सार को साबित कर दिया।