शिकायतों के निवारण में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करें - मुख्यमंत्री श्री चौहान समाधान ऑनलाइन में सुलझाई गईं जन-समस्याएँ, सतर्क रहे और सावधानी बरतें!
शिकायतों के निवारण में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करें - मुख्यमंत्री श्री चौहान समाधान ऑनलाइन में सुलझाई गईं जन-समस्याएँ, सतर्क रहे और सावधानी बरतें!
डिजिटल डेस्क | भिण्ड मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमिश्नर्स एवं कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि इंदौर, भोपाल और महाराष्ट्र की सीमा से जुड़े जिलों में कोरोना संक्रमण के प्रकरण बढ़ रहे हैं। अतरू सतर्क रहने और सावधानी बरतने की जरूरत है। रोको-टोको अभियान लगातार चलाया जाये। मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, हाथ को बार-बार धोने आदि सावधानियों के प्रति जागरूकता बढ़ायी जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लगने वाले बड़े मेले स्थगित किये गये हैं। कोरोना संक्रमण को किसी भी स्थिति में बढ़ने नहीं देना है। राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हितग्राहियों को प्रो-एक्टिव होकर योजनाओं का लाभ दिलाया जाये।
आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में हो और सी.एम. हेल्पलाइन 181 में दर्ज प्रकरणों का निराकरण किये बिना उन्हें फोर्स क्लोज नहीं किया जाये। लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्य में उच्च प्रदर्शन करने वाले विभागों, जिलों और अधिकारियों को बधाई दी। वहीं निम्न प्रदर्शन पर कार्य में सुधार लाने की चेतावनी भी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान गत दिवस मंत्रालय में समाधान ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिकायतों का ऑनलाइन निराकरण कर रहे थे। वी.सी. में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी मौजूद थे।
हितग्राही को योजना का लाभ दिलाने प्रशासन सक्रिय भूमिका निभाए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी जिले के हितग्राही श्री गणेश किरार के प्रकरण में निर्देश दिये कि जिला प्रशासन प्रो-एक्टिव होकर योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ दिलाये। आवेदक ने निरूशक्त विवाह प्रोत्साहन योजना में आवेदन किया था। दो वर्ष तक आवेदन का निराकरण नहीं हुआ। अब उन्हें योजना का लाभ मिल गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देरी के लिये जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों से जवाब मंगाने तथा कार्रवाई करने के निर्देश दिये। पेयजल योजनाओं का लाभ दिलाये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निवाड़ी जिले के श्री मनोहर राजपूत के आवेदन के निराकरण के संबंध में निर्देश दिये कि तकनीकी कारणों से बंद शहरी-ग्रामीण पेयजल योजनाओं को ग्रीष्म ऋतु आने के पहले चिन्हांकित कर नागरिकों को सुगमता से पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये।
आवेदक ने शिकायत की थी कि उसके घर नल-जल योजना का जल नहीं पहुँच रहा है। शिकायत को फोर्स क्लोज कर दिया गया था। पुनरू आवेदन के पश्चात प्रकरण का निराकरण कर दिया गया है। लापता बालिका को खोज कर लाया गया दतिया जिले के श्री सुमित शाक्य ने बताया कि उनके परिवार की एक बालिका लापता थी। पुलिस में प्रकरण दर्ज किया गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय के संज्ञान में यह मामला आने पर पुलिस की सक्रियता बढ़ायी गयी तथा बालिका को ढूँढ कर लाया गया। हितग्राही को योजना की जानकारी दें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा के श्री अमृत रक्षय के मामले में निर्देश दिये कि हितग्राही को योजना के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिये ताकि योजना के संबंध में कोई भ्रम की स्थिति नहीं रहे। आवेदक ने शिकायत की थी कि उसे रेशम विभाग की योजना की किस्त समय पर नहीं मिली।
बताया गया कि उन्हें किस्ते समय पर मिल रही थी। उन्हें योजना के संबंध में पूरी जानकारी नहीं थी। डाक खर्च नहीं लिया जाये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर जिले के मोहम्मद अनवर हुसैन के आवेदन के संबंध में निर्देश दिये कि यदि कोई छात्र उपाधि लेने विश्वविद्यालय के कार्यालय स्वयं आता है तो उसे उपाधि देते हुए पोस्टल चार्ज नहीं लिया जाये। उपाधि यदि डाक के माध्यम से भेजी जाती है तो ही डाक खर्च लिया जाये।
आवेदक ने एल.एल.बी. की उपाधि के लिये आवेदन दिया था, लेकिन नियमानुसार पोस्टल शुल्क जमा नहीं करने पर उपाधि नहीं मिल रही थी। अब उन्हें उपाधि मिल गयी है। जाति प्रमाण-पत्र देने में विलंब पर कार्रवाई मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आवेदक श्री भगतराम धुर्वे को जाति प्रमाण-पत्र देने में विलंब होने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिये। आवेदक को जाति प्रमाण-पत्र मिल गया है। वेतन समय पर मिले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास जिले में जनपद पंचायत में कार्यरत चौकीदार श्री तकत सिंह को 26 माहों का वेतन नहीं मिलने पर अप्रसन्नता व्यक्त की।