नकली खाद, बीज, दवा बेचने वालों पर सख्त कार्यवाही करें - मंत्री श्री पटेल!
नकली खाद, बीज, दवा बेचने वालों पर सख्त कार्यवाही करें - मंत्री श्री पटेल!
डिजिटल डेस्क | नरसिंहपुर किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बालाघाट में कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में नकली खाद बीज और दवा बेचने वालो के साथ बिल्कुल भी रियायत नहीं बरती जाएं। किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाएं। मंत्री श्री पटेल कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। कृषि मंत्री श्री पटेल ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता का खाद, बीज एवं दवायें उपलब्ध कराना कृषि विभाग की जिम्मेदारी है। नकली खाद, बीज, दवाओं का व्यापार करने वाले एवं किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाये। ऐसे गलत काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा ना जाये।
नकली खाद, बीज, दवाओं का पता लगाने के लिए अधिक से अधिक सेंपलिंग की जाये। नकली खाद, बीज, दवाओं का विक्रय करते पाये जाने पर दुकानदार का लायसेंस निरस्त कर उसके विरूद्ध थाने में एफआईआर दर्ज करायें। लघु एवं सीमांत किसानों का फसल बीमा प्रीमियम प्रदेश सरकार भरेगी कृषि मंत्री श्री पटेल ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की आय बढ़ाने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों के अधिक से अधिक कृषि उत्पादक समूह (एफपीओ) बनाये। जिससे किसान अपने उत्पाद का मूल्य स्वयं निर्धारित कर अधिक लाभ अर्जित कर सकेगें। मंत्री श्री पटेल ने अधिक से अधिक किसानों का फसल बीमा कराने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग लघु एवं सीमांत किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रहा है, इसमें लघु एवं सीमांत किसानों के फसल बीमा प्रीमियम की राशि प्रदेश सरकार जमा करेगी।
बालाघाट जिले के ऐसे लघु एवं सीमांत किसानों की वास्तविक संख्या की जानकारी शीघ्र एकत्र कर ली जाये। मंत्री श्री पटेल ने जिले की 11 कृषि उपज मंडियों की आय बढ़ाने एवं जिला विपणन अधिकारी से मंडी शुल्क की बकाया राशि शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने ग्रीष्म कालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गति बढ़ाने एवं पंजीकृत सभी किसानों से मूंग की खरीदी करने के निर्देश दिये। कृषि मंत्री श्री पटेल ने बैठक में बताया कि बालाघाट जिले के लिए उर्वरक की कमी नहीं होने दी जायेगी। बालाघाट जिले के लिए डीएपी की एक रैक एवं यूरिया की 03 रैक शीघ्र आ रही है। इस उर्वरक का किसानों को समुचित वितरण कराया जाये। किसानों को उर्वरक सुगमता से मिलना चाहिए। बैठक में बताया गया कि बालाघाट जिले में 03 लाख 26 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में किसानों द्वारा खेती की जाती है। इसमें से 02 लाख 65 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मुख्य रूप से धान की खेती की जाती है। जिले में 02 लाख 75 हजार किसान खेती का कार्य करते है।