डेंगू से बचाव के लिए रखें सावधानी–जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.बघेल!

जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.बघेल! डेंगू से बचाव के लिए रखें सावधानी–जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.बघेल!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-10 11:02 GMT
डेंगू से बचाव के लिए रखें सावधानी–जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.बघेल!

डिजिटल डेस्क | नीमच जिले में मच्छर जनित रोगों कि रोकथाम व उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य सलाह जारी की गई है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ एस.एस.बघेल ने बताया,कि बरसात के मौसम में जल भराव वाले स्थानों में मच्छर पनपते है। जिससे डेंगू,मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे जल वाहक रोग होने की सम्भावना रहती है। डेंगू और चिकनगुनिया के वाहक मच्छर रुके हुए साफ़ पानी में पनपते है और दिन के समय काटते है। अपने आस-पास पानी को जमा न होने दें और साफ सफाई रखें, ताकि डेंगू से बचा जा सके। डेंगू के लक्षण–यदि किसी को तेज बुखार,आँखों,मांशपेशियो और सर में तेज दर्द है,मसूडो और नाक से खून बहना,शरीर पर लाल चकते हो,तो डेंगू हो सकता है।

इस स्थिति में नजदीकी शासकीय अस्पताल में जांच व उपचार करवाए। डेंगू से बचाव के उपाय और सावधानी–पानी के बर्तन ढँक कर रखें,अनुपयोगी सामग्री जैसे कूलर,ड्रम,टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा न होने दें,दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हे सुखाएं। हेंडपंप के पास भी पानी इकट्ठा न होने दें,जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल या जला हुआ इंजन का तेल डालें।आस-पास साफ सफाई रखें, सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें,पूरी आस्तीन के कपडे पहने।राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले की तीनों विकास खंड नीमच, जवाद, मनासा के कई जलाशयों, स्थाई व अस्थाई जल स्त्रोतों में एक लाख गम्बूसिया मछलिया छोड़ी गई है,जो कि डेंगू मच्छरों के लार्वाभक्षी के रूप में कार्य करती है। जिला चिकित्सालय नीमच में डेंगू की जाँच निशुल्क की जाती है,और ग्रामस्तर तक आशा कार्यकर्ता द्वारा मलेरिया की जाँच रक्त पट्टी और आरडीटी किट से की जा रही है। सभी स्वास्थ्य संस्थाओ पर उपचार निशुल्क उपलब्ध है।

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