अब बिना रोक-टोक कर सकेंगे आतिशबाजी
अब बिना रोक-टोक कर सकेंगे आतिशबाजी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पोल्यूशन का खतरा इस कदर बढ़ गया है कि दिवाली पर उड़ाये जाने वाले पटाखों पर भी रोकथाम के प्रयास किए गये लेकिन आने वाले समय में आतिशबाजी भी बिना रोकटोक की जा सकेगी। सीएसआईआर- नीरी द्वारा जारी प्रयासों के चलते संभव है कि अगली दीपावली पर ही देश भर के लोग बेरोक-टोक पटाखों का मजा ले पाएंगे, इसलिए कि ग्रीन क्रैकर्स का निर्माण और व्यापार संभव होगा। सीएसआईआर-नीरी ने अपने 61वें स्थापना दिवस पर ग्रीन क्रैकर्स के लिए लोगो, क्यूआर कोड और निर्माताओं को लाइसेंस नंबर जारी किए। उल्लेखनीय है कि बढ़ते प्रदूषण की समस्या के कारण पिछले वर्ष अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने देश भर में पटाखों पर रोक लगाने का आदेश दिया था। पर्यावरण मंत्रालय की ओर से ग्रीन पटाखों की जरूरत बताए जाने के बाद नीरी इस विषय पर अनुसंधान में जुटा था। नीरी ग्रीन क्रैकर्स में बेरियम नाइट्रेट के उपयोग पर सहमत नहीं था।
पीएम 2.5 का उत्सर्जन 3% तक कम
नीरी के अनुसार, बेरियम नाइट्रेट के बिना विकसित किए गए ग्रीन कैकर्स में पीएम 2.5 का उत्सर्जन तीन फीसदी तक कम होगा। यही नहीं, भविष्य में इसे और कम करने के लिए शोध जारी है और इसे 50 से 70 फीसदी तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है।
इधर सुप्रीम कोर्ट में 11 को सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के दो वकील गोपाल शंकर नारायणन और अमित भंडारी के बच्चों की ओर से मामले में दायर जनहित याचिका की 4 अप्रैल को हुई। सुनवाई में पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन ने कोर्ट में हलफनामा दायर कर बताया था कि नीरी ने कम प्रदूषण करने वाले ग्रीन क्रैकर्स बनाने का फार्मूला तैयार कर लिया है। मामले की अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी। उल्लेखनीय है कि बढ़ते पोल्यूशन और इससे बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए जहां पर्यावरणविद चिंतित हैं वहीं सरकार भी इससे निपटने के प्रयास कर रही है। इसी दिशा में नीरी ने भी प्रयास किए जा रहे हैं।