इंदौर: स्टूडेंट्स का ये एक्ट बताता है कैसे टफ लाइफ जीती है इंडियन आर्मी
इंदौर: स्टूडेंट्स का ये एक्ट बताता है कैसे टफ लाइफ जीती है इंडियन आर्मी
डिजिटल डेस्क, इंदौर। आतंकियों का कोई मज़हब नहीं होता। जब बॉर्डर पर सेना आतंकियों से लड़ रही होती है ऐसे में भी हमारे सियासतदान खुद के फायदे के लिए सेना को लेकर भी राजनीति शुरू कर देते हैं। लेकिन नेगेटिविटी के बीच भी पॉजिटिव चीजें ढूंढी जा सकती हैं। तभी तो इंदौर के एम.जी.एन पब्लिक हायर सेकंड्री स्कूल में शुक्रवार को सेना के इसी पराक्रम और टफ लाइफ को बच्चों ने प्रदर्शित किया।
जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। आतंकवादी घाटी में घुसकर आतंकी हमलों को अंजाम दे रहे हैं। आतंकवादियों के इन हमलो का बॉर्डर पर तैनात हमारे सेना के जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सेना के इस पराक्रम की बदौलत ही हम अपने घरों में महफूज हैं। इंदौर के एम.जी.एन पब्लिक हायर सेकंड्री स्कूल में सत्रहवें एनुअल फंक्शन में शुक्रवार को सेना के इसी पराक्रम और टफ लाइफ को बच्चों ने दिखाया। सेना के जवानों की इस लाइफ को देखकर ऑडिटोरियम में मौजूद दर्शकों की आंखें नम हो गईं। दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स ने इस एक्ट की सराहना की।
बेस्ट कॉर्डिनेटर का अवार्ड लेतीं असफिया खान
वैसे तो कार्यक्रम में बच्चों ने कई सारे बेस्ट एक्ट किए, लेकिन सबसे ज्यादा बेहतरीन एक्ट आर्मी की जिंदगी पर किया गया। आर्मी थीम पर किए गए इस एक्ट में दिखाया गया कि आर्मी वालों की जिंदगी कितनी कठिन होती है। एक्ट में दिखाया गया कि सेना के जवान किस तरह इतनी कठिन जिंदगी बिताने के बावजूद खुश हैं। वे अपने घर से आई चिठ्ठियां पढ़ रहे हैं। जिसमें घर वाले उनकी खैरियत पूछते हैं, लेकिन इसी हंसी-ख़ुशी बीत रहे पल के बीच उन पर अचानक आतंकी हमला हो जाता है। इस हमले में वीर जवान आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उन्हें मार गिराते हैं। लेकिन कुछ जवान भी इस हमले में शहीद हो जाते हैं। इस एक्ट ने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया। एक्ट के जरिए लोगों ने जाना कि कैसे हमारे जवान अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करते हैं। ऑडिटोरियम में मौजूद लोगों ने इस एक्ट की भरपूर तारीफ की।
चाइल्ड लेबर पर एक्ट करते स्टूडेंट्स
इस प्रोग्राम की डायरेक्टर रज़िया कुरैशी थीं। जबकि कॉर्डिनेट असफिया खान ने किया। असफिया के इस बेहतरीन थीम की सभी ने तारीफ़ की साथ ही उन्हें बेस्ट कॉर्डिनेटर के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। इसके अलावा स्टूडेंट्स ने अन्य सामाजिक मुद्दों पर भी एक्ट कर लोगों को चाइल्ड लेबर और अन्य सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरुक किया।