MP : स्टेट जीएसटी की एन्टी इवेजन का एक्शन: 256 बोगस कंपनिया, करोड़ों की टैक्स चोरी मिली
MP : स्टेट जीएसटी की एन्टी इवेजन का एक्शन: 256 बोगस कंपनिया, करोड़ों की टैक्स चोरी मिली
डिजिटल डेस्क, भोपाल। फर्जी नाम और फर्म बनाकर करोड़ो का बिजनेस करने वाले व्यापारियों के खिलाफ स्टेट जीएसटी की एन्टी इवेजन ने बड़ा एक्शन लिया। ब्यूरो ने जांच में मप्र में 265 बोगस कंपनी को पकड़ा है। जिन्होंने 1150 करोड़ रुपए की फर्जी बिलिंग की है। इनमें 186 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी भी सामने आई है।
80 टीमों ने की कार्रवाई
एन्टी इवेजन के ज्वाइंट कमिश्नर सुनील मिश्रा ने कहा कि जबलपुर संभाग के 150 फर्मों को चिहिन्त किया गया था। जिसके लिए 80 टीमें बनाई गई थी।करीब 250 अधिकारियों, कर्मचारियों ने जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला व अन्य शहरों में 29 से 31 जुलाई तक जांच की। उन्होंने कहा कि जांच में 110 फर्म फर्जी पाई गई, इनके ना तो मालिक मिले न व्यवसाय स्थल का पता था। 10 फर्में एक्टिव थी और अन्य का पता नहीं चला। मिश्रा ने आगे कहा, तीन दिनों की जांच में बोगस फर्मो की के नाम पर 614 करोड़ का सलाना बिजनेस और करीब 106 करोड़ रुपए टैक्स चोरी का मामला सामने आया है।
जबलपुर में 100 करोड़ की टैक्स चोरी
जबलपुर संभाग में अकेले कुल 100 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। एन्टी इवेजन लगातार जांच कर रही है। जांच में टैक्सी चोरी का मामला अरबों तक पहुंचने का अनुमान है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्टेट जीएसट मुख्यालय में टैक्स रिसर्च व एनालिसिस विंग ने जीएसटी के नए पंजीयन के अंतर्गत करदाताओं के संबंध में जांच की थी। जिसमें पाया गया था कि कई करदाताओं द्वारा फर्जी पंजीयन के जरिए पैसों का घपला किया जा रहा है।
कुछ बड़ी फर्जी फर्म
जांच में बालाघाट की जय भारत इंटरप्राइजेज 128 करोड़ रुपए, बैहर बालाघाट की सिद्धेश्वर एक्सपोर्ट 53 करोड़ रुपए, रेक्टटेना एक्जीम 49 करोड़ रुपए, विदिशा की वैष्णवी ट्रेडर्स 22 करोड़ रुपए, महाकाल ट्रेडिंग 15 करोड़ रुपए,मुरैना की एसएस इंटरप्राइजेस 49 करोड़ रुपए, श्याम बाबा फूड प्रोडक्टस 44 करोड़ रुपए, ग्वालियर की सिमरन ट्रेडिंग 24 करोड़, भिंड की हेवन इंटरप्राइजेस 11 करोड़ रुपए, दमोह की राधाकृष्ण कंपनी के 63 करोड़ रुपए और जबलपुर की महादेव ट्रेडिंग 55.66 लाख, राधारानी ट्रेडर्स 18 करोड़ रुपए, नेशनल मेटल्स 7.09 करोड़ रुपए, मयूरा ट्रेडर्स 6.30 करोड़ रुपए और माधव ट्रेडिंग 3.15 करोड़ की टैक्स चोरी किए जाने का मामला सामने आया है।