यूनिवर्सिटी के बजट में शिक्षकों पर खास मेहरबानी, विद्यार्थियों की अनदेखी
यूनिवर्सिटी के बजट में शिक्षकों पर खास मेहरबानी, विद्यार्थियों की अनदेखी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विद्यार्थियों को शिक्षा देने के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास के लिए नागपुर विश्वविद्यालय कटिबद्ध है, लेकिन व्यवस्थापन परिषद सदस्य डॉ. आर.जी. भोयर ने रखे विश्वविद्यालय के बजट में विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए महज 2.65 करोड़ का प्रावधान किया गया है। बजट शिक्षकों पर मेहरबान नजर आया है।
हर साल मार्च में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय नागपुर का वित्तीय बजट प्रस्तुत किया जाता है। इस बार 386 करोड़ 56 लाख 9 हजार रुपए का बजट प्रस्तुत किया गया। इस बजट में पिछले साल 41 करोड़ 44 लाख 4 हजार रुपए के वित्तीय घाटे को 40 करोड़ 44 लाख 27 हजार पर लाया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1 करोड़ 11 लाख 60 हजार रुपए कम है। वहीं विद्यार्थियों के लिए 10 करोड़ रुपए की आवश्यकता के बावजूद बजट में सिर्फ 2.65 करोड़ रुपए रखे गए हैं। जिसमें नया होस्टल, इनक्यूएशन सेंटर, नेट, ऑनलाइन सुविधा, मल्टी फैसिलिटी सेंटर, पुस्तकालय व शैक्षणिक विभाग का विकास शामिल है। इसके विपरीत प्रशासकीय इमारत के लिए 10 करोड़, नेक रैंकिंग सुधारने के लए 8 करोड़, अनुबंधित शिक्षकों के वेतन पर 6 करोड़ व घंटे के हिसाब से क्लास लेने वाले शिक्षकों के मानदेय के लिए 3 करोड़ रुपए और शिक्षकों के संशोधन के लिए 1 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। बजट पर 7 मार्च को बड़ी चर्चा की संभावना है। बजट में डॉ. बबनराव तायवाडे ने शिक्षक और विद्यार्थियों के साथ ही निजी महाविद्यालयों के लिए बढ़ाई गई निधि देने की मांग की।