सियासत में घिरा सिम्स... इधर रिवाइज एस्टीमेट की मंजूरी के चार माह बाद भी नहीं दिख रहा काम , दिसंबर २०२२ को शासन ने रिवाइज एस्टीमेट को दी थी मंजूरी

मध्य प्रदेश सियासत में घिरा सिम्स... इधर रिवाइज एस्टीमेट की मंजूरी के चार माह बाद भी नहीं दिख रहा काम , दिसंबर २०२२ को शासन ने रिवाइज एस्टीमेट को दी थी मंजूरी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-30 09:20 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। सिम्स यानी छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस को लेकर इन दिनों सियासत गरमाई हुई है। पिछले दिनों अमित शाह के आगमन पर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे। भरे मंच से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के सवालों का जवाब दिया था। कांग्रेस 1455 करोड़ की लागत वाले सिम्स में कटौती कर बजट आधा करने का आरोप लगा रही है। वहीं सीएम कह गए कि हम इतने ही बजट में निर्माण पूरा करके देंगे। बहरहाल वर्ष २०१९ में शुरू हुआ सिम्स का निर्माण अब भी भ्रूणावस्था में ही कहा जा सकता है। करीब एक साल चला काम फाउंडेशन अथवा बेसमेंट तक ही पहुंच पाया। जबकि वर्ष 2022 तक उसे पूर्ण आकार ले लेना था।  दिसंबर 2022 में प्रदेश सरकार ने सिम्स का एस्टीमेट रिवाइज किया।  मंत्रिपरिषद ने 768.22 करोड़ के रिवाइज एस्टीमेट की मंजूरी दी, लेकिन चार माह गुजरने पर भी निर्माण कार्य गति नहीं पकड़ पाया। निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यडी पीआईयू के अधिकारियों की मानें तो सर्विस ब्लॉक का एक्सेवेशन शुरू हो गया है। रामनवमी के बाद कांक्रीट वर्क भी शुरू हो जाएगा।
अब तक 100 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च
सिम्स का निर्माण का ठेका मुंबई की शापुरजी पालोनजी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। कंपनी ने शुरूआत में तेजी से काम किया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद निर्माण की चाल भी डगमगा गई। पूर्व में 1455 करोड़ के उक्त प्रोजेक्ट में 100 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। करीब दो साल से काम बंद पड़ा हुआ है।
 नई वर्किंग ड्राइंग का अब भी इंतजार
एस्टीमेट रिवाइज तो हो गया लेकिन नई वर्किंग ड्राइंग का एप्रूवल अब तक नहीं हो पाया है। नई ड्राइंग में कैंसर, न्यूरो विभाग और कॉर्डियक सेंटर शामिल नहीं है। हालांकि पीआईयू के अधिकारियों के मुताबिक कॉलम तो पूर्व की तरह ही रहेंगे, सिर्फ ऊपर बदलाव होना है। जिससे काम शुरू कर दिया गया है।  
अब काम शुरू हुआ तो पूरा होने में लगेंगे 33 माह
सियासी भंवर में फंसे सिम्स का निर्माण पहले ही 3 साल लेट हो चुका  है। बताया जा रहा है कि अब निर्माण कंपनी शापुरजी पालोनजी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन ने निर्माण शुरू करने १ अप्रैल २०२३ से ३३ माह का समय मांगा है। अधिकारियों का कहना है कि समय अवधि प्रोजेक्ट डायरेक्टर को देना है। उन्हें इससे कम समय निर्माण के लिए दिया जाएगा।  
रिवाइज होने के बाद अब ऐसा होगा सिम्स
- कार्डियक और न्यूरो यूनिट में कटौती कर दी गई है। यानी सिम्स की सुपर स्पेशिलिटी लगभग सामान्य हो गई है।
- बजट पहले की तुलना में आधा हो गया है, पहले 1455 करोड़ लागत आंकी गई थी, अब महज 768.22 करोड़ रह गई है।
- पहले सिम्स की बिल्डिंग ९ मंजिला बनाई जा रही थी, अब 7 मंजिला हो गई है। 10 की जगह अब सिम्स में 4 ब्लॉक ही बनेंगे।
इनका कहना है
सर्विस ब्लॉक का एक्सेवेशन शुरू हो गया है। रामनवमी के बाद कांक्रीट वर्क भी शुरू हो जाएगा। इसके लिए लेबर और मटेरियल आ गया है। ड्राइंग भी जल्द एप्रूव्ड हो जाएगी।
- नीलेश कुमार गुप्ता, ईई, पीडब्ल्यूडी पीआईयू

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