कथावाचक के झलके आंसू को पोंछने में लगी शिवराज सरकार, अपने और पराए के घेरे में आए शिव
मध्य प्रदेश कथावाचक के झलके आंसू को पोंछने में लगी शिवराज सरकार, अपने और पराए के घेरे में आए शिव
- विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के सीहोर में पं प्रदीप मिश्रा के रूद्राक्ष महोत्सव के स्थगित होने के बाद चौतरफा गिरी राज्य सरकार अब कॉल टू कॉल बात कर मामले को शांत करती हुई नजर आ रही है। कथावाचक मिश्रा से गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बात करने के बाद सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कथावाचक से बात की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कार्यक्रम को लेकर कहा कि प्रशासक की तरफ से कोई जरूरत हो तो निसंकोच होकर बताने की बात कही।
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के वीडियो के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रोग्राम रद्द को लेकर शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया। विपक्ष के नेता कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या, शिवराज जी की सरकार, शिवराज जी का क्षेत्र और शिव ज्ञान की गंगा बहाने वाला "शिव महापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव" का 7 दिवसीय महाआयोजन दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया, क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्था संभालने में असफल साबित? एक कथावाचक को आंखों में आंसू भरकर व्यासपीठ से इस सच्चाई को श्रद्धालुओं को बताना पड़े तो इससे शर्मनाक प्रदेश के लिए कुछ और हो नहीं सकता है, जो खुद को धर्मप्रेमी बताते हैं यह है, उनकी सरकार की हकीकत, बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाराज, प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ।
बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का मुख्यमंत्री से सवालों के जरिए निशाना साधा और जवाब मांगा। विजवर्गीय के ट्वीट और लेटर बम ने सरकार को मजबूर कर दिया। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहरा कर शिवराज सरकार को बैकफुट पर खड़ा कर दिया बीजेपी वरिष्ठ नेता ने शिवराज सरकार से पूछा आखिरी ऐसी क्या विपदा आ गई जो पं. मिश्रा पर दबाव बनवाकर कथा निरस्त कराना पड़ी।
दरअसल मामले में तब तूल पकड़ा जब रूद्राक्ष महोत्सव स्थगित के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कथावाचक प्रदीप मिश्रा से बात की। उसके बाद इससे पहले गृहमंत्री का कथावाचक से बात करते हुए उन्हें बार बार दंडवत प्रणाम करते हुए एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था। मंत्री ने वीडियो कॉल में महाराज से निवेदन करते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से कोई दिक्कत तो नहीं है। कोई बात हो तो बताइए। मंत्री यहीं नहीं रूके उन्होंने यहां तक कह दिया कि आपके आशीर्वाद से ही सरकार चल रही है महाराज।
आपको बता दें अचानक कथा सुनाने के बीच कथावाचक पंडित मिश्रा ने भावुक होते कहा कि कथा को स्थगित करना पड़ रहा है, उन्होंने हाथ जोड़ते हुए झलके आंसूओं के बीच सभी कथा प्रेमियों से कथास्थल से जाने को कहा, और कथा को स्थगित करने के लिए ऊपर से बार बार प्रेशर आ रहा है, आप सभी से अनुरोध करता हूं कथा को ऑनलाइन सुने। ये वाक्य कहते कहते पंडित मिश्रा के आंसू फूट पड़े। हालांकि प्रशासन ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है। लेकिन बढ़ते विवाद में अपने और पराएं के बीच फंसती पिसती शिवराज सरकार को अब जवाब देने पड़ रहे है और कथावाचक के बहते आंसूओं को अब पोंछा जा रहा है।